40 लाख से कम कीमत वाले घरों की बढ़ी डिमांड, घट गई फंसी इवेंट्री

लग्‍जरी प्रॉपर्टी की मांग में आई तेजी के बीच मार्च 2025 में घर खरीदारों ने दोबारा किफायती घरों में दिलचस्‍पी दिखाई है. जिसके चलते बिना बिके मकानों की संख्‍या घटी है. हालांकि लग्‍जरी यूनिट में फंसे हुए मकानों की संख्‍या बढ़ी है. इस सिलसिले में एनरॉक ने अपनी रिपोर्ट पेश की है.

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Affordable housing unsold units: पिछले कुछ साल से लोगों की दिलचस्‍पी लग्‍जरी प्रॉपर्टी में बढ़ी है. जिसके चलते किफायती घरों की मांग थोड़ी घट गई थी, ऐसे में फंसे मकानों की संख्‍या काफी बढ़ गई थी. मगर मार्च 2025 में देश के सात प्रमुख शहरों में लोगों ने दोबारा किफायती घरों की ओर रुख किया है. उनके दिलचस्‍पी दिखाने की वजह से 40 लाख रुपये से कम कीमत वाले किफायती मकानों की बिना बिकी इन्‍वेंट्री में 19 फीसदी की बड़ी गिरावट आई है. जिससे मार्च 2025 के अंत में ऐसे मकानों की संख्‍या घटकर 1,12,744 यूनिट्स रह गई है, जो पिछले साल 1,39,905 यूनिट्स थी. इस बात की पुष्टि रियल एस्‍टेट सलाहकार कंपनी एनारॉक के हाल ही के रिपोर्ट में हुई है.

एनरॉक की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च 2025 के अंत तक देश के सात प्रमुख शहरों में बिना बिके मकानों की कुल संख्‍या 4 फीसदी घटकर करीब 5.6 लाख यूनिट्स रह गई है. लोगों की घर खरीद में हुए इजाफे के चलते फंसे हुए मकानों की संख्‍या में कमी आई है. पिछले साल मार्च में यह आंकड़ा 5,80,895 यूनिट्स था, जो अब घटकर 5,59,808 यूनिट्स रह गई हैं. जिन शहरों में फंसे हुए मकानों की बिक्री घटी है इनमें दिल्ली-एनसीआर, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एमएमआर), कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे शामिल हैं.

40 लाख से कम कीमत वाले फंसे मकान बिके

रिपोर्ट के मुताबिक 40 लाख रुपये से कम कीमत वाले किफायती मकानों की जो इंवेस्‍ट्री फंसी हुई थी, इसमें गिरावट आई है. मार्च 2025 के अंत में ऐसे मकानों की संख्‍या घटकर 1,12,744 यूनिट्स थी, जो पिछले साल 1,39,905 यूनिट्स थी. एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने बताया कि पिछले पांच सालों में किफायती मकानों की बिक्री और नए लॉन्‍च का हिस्‍सा लगातार घट रहा है. कोविड के बाद डेवलपर्स का फोकस प्रीमियम और लग्‍जरी हाउसिंग पर बढ़ा है, क्‍योंकि इनकी मांग तेजी से बढ़ रही है. मगर मार्च में किफायती घरों में लोगों की दोबारा दिलचस्‍पी बढ़ने से ऐसे फंसे हुए मकानों की संख्‍या कम हुई है.

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लग्‍जरी मकानों की ब्रिकी घटी

एनरॉक रिपोर्ट के मुताबिक 40-80 लाख रुपये की कीमत वाले मकानों की बिक्री मार्च में थोड़ी घटी है, जिसकी वजह से 80 लाख से 1.5 करोड़ रुपये की कैटेगरी के फंसे हुए मकानों का स्‍टॉक मामूली बढ़कर 1,76,130 यूनिट्स हो गई. वहीं 1.5 करोड़ रुपये से ज्‍यादा कीमत वाले लग्‍जरी मकानों का स्‍टॉक 24 फीसदी बढ़कर 1,13,193 यूनिट्स पहुंच गया. अनुज पुरी ने बताया कि लग्‍जरी सेगमेंट में स्‍टॉक बढ़ने की वजह पिछले एक-दो साल में नई सप्‍लाई के जुड़ने की वजह से बिना बिकी इंवेस्‍ट्री बढ़ी है.