2025 में इन 5 इथेनॉल स्टॉक्स पर रखें नजर, ये दिग्गज कंपनी भी शामिल; किसान और निवेशक दोनों को फायदा!
इन 5 इथेनॉल कंपनियों के स्टॉक्स हैं, जिन पर आप 2025 में नजर रख सकते हैं. ये कंपनियां तेजी से ग्रोथ कर रही हैं, और पिछले 4-5 वर्षों में इनका रेवेन्यू भी तेजी से बढ़ा है. सरकार का ध्यान इथेनॉल पर केंद्रित है, और Ethanol Blend Petrol (EBP) प्रोग्राम से काफी फायदा हुआ है. पिछले दशक में 1.1 ट्रिलियन रुपये की विदेशी मुद्रा की सेविंग हुई है.
Ethanol Stocks: भारत के इथेनॉल ब्लेंड पेट्रोल (EBP) प्रोग्राम ने बेहतर रिजल्ट दिए हैं. पिछले दशक में इसने 1.1 ट्रिलियन रुपये की विदेशी मुद्रा बचाने के साथ-साथ 50 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कटौती की है. अब सरकार इथेनॉल 2.0 पॉलिसी के तहत इसे और अधिक मजबूत बनाने की तैयारी में है. ये फैसला से न केवल एनर्जी सिक्योरिटी के लिए बल्कि ग्रामीण आर्थिक विकास के लिए भी एक बड़ा कदम साबित होने वाला है. इससे गन्ना और अन्य फसलों के उत्पादन करने वाले किसानों को अतिरिक्त आय का स्रोत मिलेगा.
किसानों और कंपनियों के साथ-साथ निवेशकों के पास भी इस तेजी से बढ़ता हुआ सेक्टर में फायदा उठाने का मौका है. तो आइए, 2025 में सबसे तेजी से बढ़ने वाले इथेनॉल स्टॉक्स पर नजर डालते हैं.
Praj Industries
इस लिस्ट में पहले नंबर पर है Praj Industries. यह इथेनॉल प्लांट और शराब निर्माण प्लांट लगाने में भारत की शीर्ष कंपनी है.
वित्तीय प्रदर्शन
- वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कंपनी के नेट प्रॉफिट में 14 फीसदी की गिरावट आई. वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के 623 मिलियन रुपये के मुकाबले यह घटकर 538 मिलियन रुपये रह गया. राजस्व में भी 7.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.
- हालांकि, पिछले पांच वर्षों में कंपनी ने वित्तीय बढ़ोतरी दर्ज की है. 2020 में 11.1 बिलियन रुपये का रेवेन्यू 2024 में बढ़कर 33.9 बिलियन रुपये हो गया, जो 32.3 फीसदी की CAGR है. नेट प्रॉफिट मार्जिन भी 2020 के 6.4 फीसदी से बढ़कर 2024 में 8.4 फीसदी हो गया.
सोर्स-Equitymaster
Shree Renuka Sugars
Shree Renuka Sugars भारत में चीनी मैन्यूफेक्चर में चौथे स्थान पर है. यह अपने ब्रांड “मधुर” के तहत ब्रांडेड चीनी में अव्वल है. इसकी मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी 37,500 TCD, 156 मिलियन लीटर इथेनॉल और 46.07 मीट्रिक टन गन्ना पेराई है.
वित्तीय प्रदर्शन:
2020 में कंपनी का रेवेन्यू 48.8 मिलियन रुपये था, जो 2024 में बढ़कर 113.2 बिलियन रुपये हो गया, अर्थात् 23.4 फीसदी की CAGR.
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E.I.D. Parry
तमिलनाडु स्थित E.I.D. Parry मुरुगप्पा समूह का हिस्सा है और दक्षिण भारत की सबसे बड़ी चीनी प्रोड्यूसर कंपनियों में शामिल है. यह 225 वर्षों से गन्ने से सफेद चीनी बना रही है और डिस्टिलरी लगाने वाली भारत की पहली कंपनी है.
वित्तीय प्रदर्शन:
- वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने 3.1 बिलियन रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के 4.5 बिलियन रुपये से कम है. यह कमी तमिलनाडु में चीनी की कम रिकवरी दर और गुड़ की बढ़ती लागत के कारण हुई.
- 2020 में कंपनी का राजस्व 171.3 बिलियन रुपये था, जो 2024 में बढ़कर 294.1 बिलियन रुपये हो गया, अर्थात् 14.5 फीसदी की CAGR.
Dalmia Bharat Sugar and Industries
Dalmia Bharat Sugar and Industries एफएमसीजी सेक्टर में काम करती है. गन्ना पेराई की कुल क्षमता 35,500 TCD है.
वित्तीय प्रदर्शन:
- वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 660 मिलियन रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 550 मिलियन रुपये था.
- 2020 में कंपनी का रेवेन्यू 21.1 बिलियन रुपये था, जो 2024 में बढ़कर 29 बिलियन रुपये हो गया, अर्थात् 8.3 फीसदी की CAGR.
Balrampur Chini Mills
1975 में स्थापित Balrampur Chini Mills भारत की सबसे बड़ी चीनी निर्माण कंपनियों में से एक है. इसके प्रोडक्टों में चीनी, गुड़, अल्कोहल, इथेनॉल, खोई और पाउडर शामिल हैं.
वित्तीय प्रदर्शन:
- वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कंपनी का राजस्व 13 बिलियन रुपये था, जो वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के 15.4 बिलियन रुपये से कम है.
- 2020 में राजस्व 47.4 बिलियन रुपये था, जो 2024 में बढ़कर 55.9 बिलियन रुपये हो गया, अर्थात् 4.2 फीसदी की CAGR.
डिसक्लेमर– Money9live आपको किसी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय अवश्य लें.