अडानी विल्मर में OFS के जरिये 20 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगा अडानी ग्रुप, ये है पूरा प्लान
Adani Wilmar से अडानी समूह ने अपने बाहर निकलने का ऐलान पिछले महीने ही कर दिया था. अब इस पर अमल करते हुए अडानी समूह ने अडानी विल्मर से अपनी 20 फीसदी हिस्सेदारी ऑफर फॉर सेल के जरिये बेचने का ऐलान किया है. यहां देखें इसकी पूरी जानकारी.
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) ने अडानी विल्मर लिमिटेड (AWL) के साथ किए गए जॉइंट वेंचर (JV) से बाहर निकलने का फैसला किया है. अडानी समूह ने इसके लिए विल्मर इंटरनेशनल की सहायक कंपनी लेंस प्राइवेट लिमिटेड के साथ 200 करोड़ डॉलर में सौदा किया है. अडानी विल्मर में अडानी समूह अपनी हिस्सेदारे खत्म कर इन्फ्रा और एनर्जी सेक्टर में विस्तार पर जोर देगा. नियामकीय शर्तों को पूरा करने के लिए अडानी समूह को कम से कम 13.5 फीसदी हिस्सेदारी खुले बाजार में बेचनी होगी इसी सिलसिले में अडानी समूह ने OFS के तहत 20 फीसदी फीसदी हिस्सेदारी बेचने का ऐलान किया है.
अडानी एंटरप्राइजेज ने गुरुवार को एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि कंपनी की प्रमोटर एंटिटी अडानी कमोडिटीज एलएलपी (Adani Commodities LLP) अडानी-विल्मर से 13.5 फीसदी हिस्सेदारी यानी 17.54 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल के जरिये बेचने जा रही है. इसके साथ ही कंपनी ने रेग्युलेटर से ग्रीन शू मैकेनिज्म के तहत अतिरिक्त 6.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की मंजूरी हासिल की है. इस तरह अडानी समूह इस कंपनी से 20 फीसदी हिस्सेदारी बेच पाएगा.
15 फीसदी डिस्काउंट पर बेचे जाएंगे शेयर
अडानी समूह की तरफ से एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक ऑफर फॉर सेल के तहत बेचे जाने वाले शेयरों की कीमत (फ्लोर प्राइस) अडानी विल्मर के करंट मार्केट रेट () से 15 फीसदी कम पर 275 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. गुरुवार को अडानी विल्मर के शेयर कीमत 0.63 फीसदी गिरावट के साथ 324.10 रुपये पर बंद हुई.
क्यों लाया गया OFS
अडानी समूह को कुल 44 फीसदी हिस्सेदारी बेचनी है. इसमें 31 फीसदी हिस्सेदारी विल्मर को 200 करोड़ डॉलर में बेचे जाने को समझौता हुआ है. हालांकि, यह सौदा मार्च तक पूरा होना है. वहीं, मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग रिक्वायरमेंट्स को बनाए रखने के लिए अडानी समूह को कम से कम 13% हिस्सेदारी खुले बाजार में बेचनी होगी. फिलहाल, अडानी समूह ने 20 फीसदी हिस्सेदारी को बजार में बेचने का विकल्प अपने हाथ में रखा है.
कब होगी OFS सेल
कंपनी की तरफ से एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक नॉन-रिटेल कैटेगरी के इन्वेस्टर्स के लिए ओएफएस सेल शुक्रवार 10 जनवरी को होगी. वहीं, रिटेल कैटेगरी के इन्वेस्टर सोमवार 13 जनवरी को शेयर खरीद पाएंगे.
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