नए साल पर गौतम अडानी को लगा झटका, टेंडर रद्द होते ही लुढ़के शेयर, दो दिनों से गिरावट जारी
नए साल की शुरुआत मार्केट के लिए भले ही अच्छी रही हो, लेकिन दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी के लिए यह अच्छा साबित नहीं हुआ. उनकी कंपनी अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है. लगातार दो दिनों से इसके शेयर गिर रहे हैं. तो क्या है इसकी वजह आइए जानते हैं.
Adani Energy share: नए साल का आगाज शेयर बाजार के लिए भले ही पॉजिटिव रहा हो, लेकिन गौतम अडानी को इस दौरान तगड़ा झटका लगा है. उनकी कंपनी अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर की कीमतों में लगातार दो दिनों से गिरावट जारी है. 1 जनवरी को जहां NSE पर अडानी एनर्जी के शेयरों की कीमत अपने इंट्राडे हाई 819.9 रुपये प्रति शेयर से 2.3 प्रतिशत गिरकर 800.9 रुपये प्रति शेयर के निचले स्तर पर आ गए थे, वहीं 2 जनवरी यानी गुरुवार को भी यह सिलसिला जारी है. आज भी इसके शेयरों 1.74% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. जिससे शेयरों की कीमत लुढ़कर 793.50 रुपये पर पहुंच गई है.
क्यों लुढ़के शेयर?
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस (AESL) के शेयर की कीमतों में आई इस गिरावट की वजह तमिलनाडु राज्य सरकार की ओर से कंपनी के स्मार्ट मीटर खरीदने के लिए जारी टेंडर को रद्द किया जाना है. सरकार की दलील है कि इसके हाई कॉस्ट की वजह से यह टेंडर रिजेक्ट किया गया है. पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार की संशोधित वितरण क्षेत्र योजना के तहत स्मार्ट मीटर के लिए अगस्त 2023 में चार पैकेजों के रूप में टेंडर जारी किए गए थे. हालांकि अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस ने अभी तक इस बारे में कोई बयान जारी नहीं किया है.
दोबारा जारी होगा टेंडर
ईटी की रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से बताया गया है कि बीएसई में लिस्टेड फर्म AESL ने टेंडर के पैकेज 1 के लिए सबसे कम बोली लगाई थी, जिसमें चेन्नई सहित आठ जिले शामिल थे और इसमें 82 लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगाने की बात शामिल थी. 27 दिसंबर, 2024 को टेंडर रद्द कर दिया गया था. सरकार का कहना है कि एईएसएल की बताई गई लागत कथित तौर पर ज्यादा थी. ऐसे में दोबारा टेंडर जारी किए जाने की संभावना है. तीन अन्य पैकेजों के लिए भी टेंडर रद्द कर दिए गए हैं.
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कैसी है वित्तीय स्थिति?
वित्तीय रूप से अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस ने सितंबर तिमाही (Q2FY25) में कुल आय में 69 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 6,360 करोड़ रुपये रही. मजबूत रेवेन्यू, ट्रांसमिशन में ईपीसी आय और ट्रेजरी आय के कारण इसका एबिटा साल-दर-साल 31 प्रतिशत बढ़कर 1,891 करोड़ रुपये हो गया है.
डिसक्लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्य लें.