Adani Ports के शेयर में आएगी 50 फीसदी की बंपर तेजी, ब्रोकरेज ने दिया 1600 रुपये के पार का प्राइस टार्गेट

अडानी पोर्ट्स के शेयर में 2025 में 7.62 फीसदी की गिरावट आई है और एक साल में 6.39 फीसदी की गिरावट आई है. अडानी पोर्ट्स अपनी क्षमता दोगुना करने की प्लानिंग पर काम कर रहा है, जिसके चलते रेवेन्यू में जोरदार वृद्धि हुई है.

अडानी पोर्ट्स के शेयर भरेंगे जोरदार उड़ान. Image Credit: Adani ports

Adani Ports Target Price: अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड के शेयर छह महीने में 25 फीसदी टूट गए हैं. अडानी समूह के शेयर में पिछले एक साल में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिला है और इसका बीटा 2.1 पर है. अडानी पोर्ट्स का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 38.6 पर है, जो यह संकेत देता है कि यह न तो ओवरबॉट में और न ही ओवरसोल्ड जोन में है. अडानी पोर्ट्स के शेयर में 2025 में 7.62 फीसदी की गिरावट आई है और एक साल में 6.39 फीसदी की गिरावट आई है. तीन साल में अडानी ग्रुप के शेयर में 44.53 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है. अडानी ग्रुप के इस शेयर में शॉर्ट टर्म में गिरावट आई है. वेंचुरा ने कहा कि इस स्टॉक में जोरदार तेजी आएगी.

अडानी पोर्ट्स का शेयरों में तेजी

आज के कारोबार में अडानी पोर्ट्स का शेयर बीएसई पर 1117.60 रुपये के पिछले बंद भाव के मुकाबले 0.85 फीसदी बढ़कर 1127.10 रुपये पर कारोबार कर रहा था. शेयर ने 3 जून, 2024 को 1607.95 रुपये के 52 सप्ताह के हाई लेवल को छुआ था और 21 नवंबर 2024 को 993.85 रुपये के 52 वीक के लो लेवल पर आ गया था.

अडानी पोर्ट्स टार्गेट प्राइस

वेंचुरा सिक्योरिटीज ने अडानी पोर्ट्स पर 1,674 रुपये का टार्गेट प्राइस रखा है, जो पिछले क्लोजिंग प्राइस से लगभग 50 फीसदी अधिक है. वेंचुरा ने कहा कि अडानी पोर्ट स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) भारत के समुद्री ग्रोथ को पार करने के लिए तैयार है. यह पश्चिमी और पूर्वी तटों पर अपने रणनीतिक रूप से संतुलित पोर्ट नेटवर्क का लाभ उठाता है. हम 1,674 रुपये (15.2X FY27 EV/EBITDA) के DCF बेस्ड प्राइस टार्गेट के साथ खरीदने की सलाह देते हैं, जो 50.3 फीसदी उछाल के संकेत दे रहा है.

बुल और बियर

वेंचुरा ने बुल और बियर दोनों ही नजरिए से स्टॉक के आउटलुक के बारे में बताया. ब्रोकरेज ने अपने नोट में कहा कि हमने रेवेन्यू ग्रोथ,नेट मार्जिन, P/E मल्टीपल और DCF वैल्यूशन के आधार पर वित्त वर्ष 27 के लिए संभावित बुल और बियर केस तैयार किए हैं.

बुल केस: हमने 52,169 करोड़ रुपये (वित्त वर्ष 24-27 CAGR 25 फीसदी) का रेवेन्यू और 27X के P/E पर 32 फीसदी का नेट मार्जिन का अनुमान लगाया है, जिससे बुल केस में प्राइस टार्गेट 2,087 रुपये (CMP से 87.3 फीसदी की वृद्धि) होगा.

बियर केस: हमने 35,552 करोड़ रुपये (वित्त वर्ष 24-27 CAGR 10%) का रेवेन्यू और 20X के P/E पर 30 फीसदी के नेट मार्जिन का अनुमान लगाया है. इस स्थिति में टार्गेट प्राइस 955 रुपये (CMP से 14.3% की गिरावट) होगा.

क्षमता बढ़ाने की प्लानिंग

15 पोर्ट्स के साथ भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह ऑपरेटर APSEZ अपनी कैपेसिटी को दोगुना करने की योजना बना रहा है. इससे वित्त वर्ष 24-27 के दौरान रेवेन्यू और EBITDA में क्रमश 19.6% और 19.9% ​​CAGR की वृद्धि होगी.

APSEZ अपने बंदरगाहों और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को ऑपरेट करने के लिए टेक बेस्ड प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहा है. कुछ बंदरगाहों पर इसने IoT डिवाइस तैनात किए हैं, जो मैन्युअल हस्तक्षेप के साथ ऑपरेट करने में मदद करते हैं.

डिसक्‍लेमर– Money9live आपको किसी शेयर या म्‍यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय अवश्‍य लें.