अडानी विल्मर में दिखेगी जोरदार तेजी! 381 रुपये तक जा सकता है ये शेयर, जानें- प्राइस टार्गेट

अडानी विल्मर के शेयर पिछले एक साल में टूटे हैं और हाल ही में अडानी एंटरप्राइजेज के बाहर निकलने के बाद से स्टॉक में भारी गिरावट देखने को मिली. हालांकि, अब अडानी विल्मर के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है. ऐसे में आने वाले समय में स्टॉक की चाल कैसी रह सकती है.

अडानी विल्मर में आएगी तेजी. Image Credit: Tv9 Network

Adani Wilmar Stock: दो दिन के ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के बाद अडानी विल्मर के शेयर में मंगलवार, 14 जनवरी को तेजी देखने को मिली. 30 दिसंबर 2024 को अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी विल्मर ज्वाइंट वेंचर से पूरी तरह से बाहर निकल गई थी. ऑफर फॉर सेल (OFS) के दौरान कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली. लेकिन ऑफर फॉर सेल पूरा होने के बाद शेयरों में तेजी देखने को मिली है. अडानी विल्मर के शेयर की आज यानी बुधवार 15 जनवरी को 2.21 फीसदी बढ़कर 272.85 रुपये पर पहुंच गए. आने वाले दिनों में अडानी विल्मर के शेयर की चाल कैसी रहेगी और इसमें कितनी तेजी आ सकती है, आइए जान लेते हैं.

एक हफ्ते में 20 फीसदी तक की गिरावट

अडानी विल्मर लिमिटेड ने भी मंगलवार को 257.95 रुपये पर 52 सप्ताह के निचले स्तर को छुआ, फिर मामूली सुधार के साथ 266.95 रुपये पर बंद हुआ, जो दिन के लिए लगभग 1.7 प्रतिशत की वृद्धि थी. शेयर में 52 वीक के हाई लेवल 408.70 रुपये से 35 फीसदी की गिरावट आई है. इसमें अडानी समूह के कंपनी से बाहर निकलने की खबर के बीच एक सप्ताह में 20 फीसदी की गिरावट शामिल है.

अडानी विल्मर टार्गेट प्राइस

Trendlyne स्टॉक रिपोर्ट के अनुसार, अडानी विल्मर लिमिटेड का ड्यूरेबिलिटी स्कोर 65 है, जो हाई वित्तीय मजबूती को दर्शाता है. Trendlyne ने अडानी विल्मर पर बाय रेटिंग के साथ 381 रुपये का टार्गेट प्राइस सेट किया है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, FTSE इंडेक्स में फ्लोट वेट में वृद्धि होने की संभावना है. बढ़ी हुई फ्री फ्लोट द्वारा ट्रिगर किया गया यह समायोजन ट्रेडिंग वॉल्यूम को काफी प्रभावित कर सकता है.

अडानी एंटरप्राइजेज ने बेची हिस्सेदारी

30 दिसंबर 2024 को, अडानी एंटरप्राइजेज ने अडानी विल्मर ज्वाइंट वेंचर से पूरी तरह से बाहर निकल गया था, मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग नॉर्म्स को पूरा करने के लिए अपनी 13 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी थी. शेष 31 प्रतिशत हिस्सेदारी सिंगापुर की विल्मर इंटरनेशनल को दे दी गई थी.

टेक्निकल चार्ट पर स्टॉक

टेक्निकल रूप से, स्टॉक का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 31.3 पर है. ट्रेंडलाइन के अनुसार, 30 से नीचे का RSI ओवरसोल्ड माना जाता है, जबकि 70 से ऊपर ओवरबॉट स्टेटस को दर्शाता है. इसके अतिरिक्त, MACD -0.8 पर है, जो इसके सिग्नल और सेंटर लाइन से नीचे है. यह एक मजबूत मंदी के संकेतक देता है.

एक साल में कितनी आई गिरावट?

पिछले एक साल में अडानी विल्मर के शेयर में गिरावट आई है. स्टॉक 27 फीसदी से अधिक टूटा है. भारत में यह एक प्रमुख FMCG कंपनी के तौर पर मज़बूत स्थिति में है और किचन के लिए जरूरी प्रोडक्ट्स की एक रेंज पेश करती है. यह कंपनी अडानी समूह और सिंगापुर की विल्मर इंटरनेशनल के बीच एक ज्वाइंट वेंचर है.

डिसक्‍लेमर– Money9live आपको किसी शेयर या म्‍यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.