पहलगाम हमले के बाद जम्मू एंड कश्मीर बैंक शेयर पर मंडराया खतरा, आगे कैसी रहेगी चाल? एक्सपर्ट से समझें
Jammu and Kashmir Bank: जम्मू एंड कश्मीर बैंक के शेयर की चाल आने वाले दिनों में कैसी रहेगी और पहलगाम में हुई आंतकी घटना क्या बैंक के कारोबार को खराब कर सकती है. जम्मू एंड कश्मीर बैंक के शेयरों में बीते दिन 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी.
Jammu and Kashmir Bank: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू एंड कश्मीर बैंक के शेयरों में बीते दिन 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. गुरुवार, 24 अप्रैल को भी यह स्टॉक लाल निशान में ही बंद हुआ है. इस बैंक के बिजनेस का बड़ा हिस्सा जम्मू-कश्मीर क्षेत्र से जुड़ा है. पहलगाम में आतंकी हमले के बाद कश्मीर में पर्यटकों के आवागमन की संख्या में गिरावट आने की आशंका बढ़ गई है. जम्मू एंड कश्मीर बैंक के शेयर की चाल आने वाले दिनों में कैसी रहेगी और पहलगाम में हुई आंतकी घटना क्या बैंक के कारोबार को खराब कर सकती है. आइए एक्सपर्ट से समझते हैं.
टूरिज्म ने बैंक का किया कायापलट
टर्न अराउंड कश्मीर के टूरिज्म से हुआ था. साल 2019 में धार 370 के हटने के बाद, अगले साल यानी 2020 में कोविड आ गया. इसके बाद 2021 तक लगभग लोग घरों में बंद रहें. कोई कहीं घूमने-फिरने नहीं गया. लेकिन जैसे ही 2022-23 का फाइनेंशियल ईयर आया, बैंक का टर्न अराउंड होना शुरू हो गया. जैसे-जैसे कश्मीर में पर्यटकों की संख्या बढ़ी, स्थानीय कारोबारियों की कमाई बढ़ने लगी. दुकानदारों ने बढ़िया मुनाफा कमाया और पैसे बैंक में जमा किए. इससे बैंक कायापलट होना शुरू हो गया. बैंक का मुनाफा बढ़ने लगा और यह दो से तीन गुना हो गया.
कैसे बढ़ता गया बैंक का मुनाफा?
वित्त वर्ष 22 में इस बैंक का कुल मुनाफा 495 करोड़ रुपये था. लेकिन जैसे ही कश्मीर में टूरिस्टों की संख्या बढ़ी वित्त वर्ष 23 में बैंक का मुनाफा बढ़कर 1181 करोड़ रुपये हो गया. फिर वित्त वर्ष 24 में जम्मू एंड कश्मीर बैंक का प्रॉफिट बढ़कर 1771 करोड़ रुपये हो गया. इसके बाद वित्त वर्ष 25 के तीन तिमाही में बैंक का मुनाफा 500 करोड़ के आसपास रहा. इसलिए अनुमान है कि वित्त वर्ष 25 में बैंक का मुनाफा 2000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है.
बैंक में हिस्सेदारी
जम्मू-कश्मीर बैंक में 59.40 फीसदी हिस्सा राज्य सरकार का है. FIIs की हिस्सेदारी 7.64 फीसदी हो गई है और DIIs की होल्डिंग 6.69 फीसदी मार्च की तिमाही में रही है. बैंक की कुल 1012 ब्रॉन्च हैं, इनमें से 874 जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र में हैं. वहीं, 138 अन्य ब्रॉन्च पूरे देशभर में हैं.
कैसे पड़ेगा बैंक के कारोबार पर असर
बैंक का 4 फीसदी का नेट इंटरेस्ट मार्जिन है और 1 फीसदी से भी कम एनपीए है. बैंक का CASA डिपॉजिट 48.2 फीसदी है. यानी कि आम आदमी अपना पैसा बैंक के या तो करंट अकाउंट में रख रहा है या सेविंग अकाउंट में जमा कर रहा है. बैंक का 40 फीसदी लोन पर्सनल लोन है. इसका मतलब है कि अगर जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में लोगों के कारोबार पर असर पड़ेगा, तो बैंक की बैलेंशीट भी प्रभावित होगी. क्योंकि लोन की ईएमआई आने में दिक्कत हो सकती है. बैंक का 11.43 फीसदी का कर्ज वहां के कारोबारियों से जुड़ा हुआ है. यानी सीधे तौर पर बिजनेस लोन है.
बदल सकता है बैंक का फंडामेंटल
रियल स्टेट और मॉर्गेज पर प्रॉपर्टी रख के दिए जाने वाले लोन बैंक के पास अधिक नहीं है. यही थोड़ी सी बैंक के लिए चिंता की बात है. टूरिस्ट घटने से एनपीए बढ़ने और कासा घटने की चिंता है. हालांकि, बैंक की वैल्यू्यूएशन ठीक है. 114.30 रुपये की बैंक की बुक वैल्यू है और EPS 19.30 रुपये आ रहा है. अगर कश्मीर में टूरिस्टों री संख्या कम होती है, तो बैंक का फंडामेंटल बदल सकता है.
क्या शेयर में आएगी गिरावट?
एंजलवन के राजेश भोंसले ने कहा कि शेयर कीमत तुरंत रिएक्ट करती है. अगर आप हाल के चार्ट को देखें, तो ये अप्रैल की शुरुआत में 90 रुपये के आसपास था. इसके बाद ये फिर 115 रुपये पर चला गया था. लेकिन पहलगाम की घटना के बाद एक सेशन में ही भारी गिरावट देखने को मिली.
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर बैंक का शेयर वापस से 90 से 93 रुपये के लेवल को रिटेस्ट कर सकता है. अगर इसके नीचे टूटता है, तो गिरावट और बढ़ सकती है. फिलहाल ट्रेंड नेगेटिव है और सलाह ये होगी कि जब जो कोई भी बाउंस आता है, 110 या 111 के आसपास तो स्टॉक से निकल जाएं. अगर कोई स्टॉप लॉस रखना चाहता है तो एक 98 रुपये के लेवल पर रख सकता है. अगर 98 का लेवल टूटता है, तो स्टॉक 90 और 93 की रेंज तक जाएगा.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.