अनिल अंबानी और बेटे जय का कंपनी पर खत्म होगा दबदबा, जानें अब RPower और RInfra का क्या होगा !
अनिल अंबानी की कंपनी में बड़े बदलाव होने वाले हैं. जिसके बाद ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि सीधा इसके शेयरों पर असर देखने को मिल सकता है. इस बदलाव को दोनों कंपनियों के बोर्ड ने मंजूरी दे दी है. इसका मतलब है कि अंबानी परिवार का सीधा नियंत्रण इन कंपनियों पर अब कम हो जाएगा. आइए पूरी खबर क्या है जानते हैं.
अनिल अंबानी की कंपनियों Reliance Power Ltd और Reliance Infrastructure Ltd में बड़े बदलाव की शुरुआत हो चुकी है. इन कंपनियों ने शुक्रवार को शेयर बाजार को बताया कि समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी और उनके बेटे जय अनमोल अंबानी ने खुद को “प्रमोटर” की भूमिका से हटाने और “पब्लिक शेयरहोल्डर” के रूप में रिक्लासिफिकेशन के लिए आवेदन किया है. इस बदलाव के कारण रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. आइए पूरी खबर विस्तार से जानते हैं.
क्या है यह बदलाव?
इस बदलाव को दोनों कंपनियों के बोर्ड ने मंजूरी दे दी है. इसका मतलब है कि अंबानी परिवार का सीधा नियंत्रण इन कंपनियों पर अब कम हो जाएगा. यह निर्णय सेबी (SEBI) के लिस्टिंग रेगुलेशंस के तहत लिया गया है, जिसमें प्रमोटर को पब्लिक शेयरहोल्डर बनने की अनुमति दी जाती है, बशर्ते उनके वोटिंग अधिकार कुल इक्विटी के 10 फीसदी से कम हों.
शेयरहोल्डिंग की स्थिति
सितंबर 2024 के आंकड़ों के अनुसार, दोनों कंपनियों में अनिल अंबानी और उनके बेटे की शेयर होल्डिंग कुछ ऐसी है:
Reliance Infrastructure Ltd
अनिल अंबानी: 1,39,437 शेयर
जय अनमोल: 1,25,231 शेयर
Reliance Power Ltd
अनिल अंबानी: 4,65,792 शेयर
जय अनमोल: 4,17,439 शेयर
यह हिस्सेदारी सेबी के नियमों के तहत है, जो रिक्लासिफिकेशन के लिए जरूरी 10 फीसदी सीमा से काफी कम है.
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क्या है सेबी के नियम?
सेबी के रेगुलेशन 31A के तहत प्रमोटर को पब्लिक शेयरहोल्डर बनने के लिए कई शर्तों को पूरा करना होता है. साथ ही कंपनियों को बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) से मंजूरी लेनी होती है.
2024 में सेबी ने प्रमोटर की हिस्सेदारी सीमा को 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी करने का प्रस्ताव रखा था ताकि कंपनियों को अधिक लचीलापन मिल सके. हालांकि, इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया, और 10 फीसदी की सीमा बरकरार रही थी.
Reliance Power और Reliance Infrastructure के शेयरों पर असर
आज, सोमवार को इन दोनों ही शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है. हालांकि बाजार में बिकवाली देखी जा रही है. कारोबार के दौरान 10 बजकर 32 मिनट पर
Reliance Infrastructure के शेयर 0.5 फीसदी तेजी के साथ 294 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे. शेयर बीते एक हफ्ते में 8 फीसदी से ज्यादा लुढ़क चुका है.
Reliance Power के शेयर 0.03 फीसदी की तेजी के साथ 39.09 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे. ये शेयर बीते एक हफ्ते में 15 फीसदी टूट चुका है.
क्या है इसका मतलब?
अनिल अंबानी और उनके बेटे का यह स्पष्ट संकेत देता है कि कंपनियों में पारिवारिक नियंत्रण को कम करके अधिक प्रोफेशनल मैनेजमेंट की दिशा में बढ़ा जा रहा है. इस फैसले से निवेशकों के बीच पॉजिटिव साइन देखने को मिल सकता है. क्योंकि पब्लिक शेयरहोल्डर के रूप में अंबानी परिवार के पास अब समान अधिकार होंगे.
डिसक्लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्य लें.