Ashok Leyland के शेयर दे सकते हैं 15 फीसदी तक का मुनाफा, ICICI Sec ने बताई वजह; जानें Target Price
Ashok Leyland ने अपने बिजनेस मॉडल में बड़ा बदलाव किया है, जिससे निवेशकों को बड़ा फायदा हो सकता है. कंपनी की नई रणनीति, ब्रोकरेज फर्म की राय और संभावित जोखिमों को इस आर्टिकल के जरिए विस्तार से समझें, ताकि सही निवेश के निर्णय लिया जा सके.
भारत की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों में से एक Ashok Leyland (AL) को लेकर ICICI Securities ने अपनी ताजा रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में कंपनी के बिजनेस मॉडल, संभावित जोखिमों और भविष्य की रणनीतियों पर प्रकाश डाला गया है. कंपनी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए मार्केट एक्सपर्ट दुरुस्त दिख रहे हैं. अशोक लेलैंड के यूके स्थित स्टेप-डाउन सब्सिडियरी Switch Mobility के संचालन को सीमित करने और भारतीय बाजार पर ज्यादा फोकस करने की योजना को एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है. हालांकि, फर्म ने यह भी बताया कि प्रमोटर प्लेज में बढ़ोतरी के वजह से निकट भविष्य में स्टॉक पर दबाव बना रह सकता है.
क्या है टारगेट प्राइस?
ब्रोकरेज फर्म ने Ashok Leyland के शेयरों पर ‘ADD’ रेटिंग बरकरार रखते हुए 250 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, जो मौजूदा मार्केच प्राइस से 217 रुपये से करीब 15 फीसदी ऊपर है. यह टारगेट FY27E EV/EBITDA के 12 गुना के आधार पर तय किया गया है.
कंपनी की योजना Switch Mobility UK के संचालन को सीमित करने और भारतीय बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने की है. AL ने पुष्टि की है कि Switch Mobility India वित्त वर्ष 2025 (FY25) में EBITDA ब्रेक-ईवन और अगले 4-6 तिमाहियों में PAT ब्रेक-ईवन तक पहुंचने की उम्मीद है. इसके लिए किसी बड़े इक्विटी निवेश की जरूरत नहीं होगी.
भारत पर होगा अधिक फोकस
कंपनी ने यूके में बस मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की आर्थिक अनिश्चितताओं को देखते हुए अपने Sherburn फैसिलिटी में मैन्युफैक्चरिंग और असेंबली करने के काम को बंद करने की योजना बनाई है. हालांकि, Rotherham और Thurrock फैसिलिटीज से आफ्टरमार्केट और सर्विस सपोर्ट जारी रखा जाएगा.
कंपनी ने Sherburn फैसिलिटी के बंद होने पर कर्मचारियों के लिए 45-90 दिनों का कंसल्टेशन प्रोसेस शुरू किया है, जिसमें अनुमानित खर्च लगभग 10 मिलियन पाउंड (GBP) आएगा.
कौन-कौन से फैक्टर शेयर को प्रभावित कर सकते हैं?
संभावित अपसाइड (बढ़त के कारक)
- घरेलू M&HCV (मीडियम और हेवी कमर्शियल व्हीकल) सेगमेंट में FY25 में डबल-डिजिट ग्रोथ जारी रहने की संभावना.
- मिड-टीन मार्जिन लक्ष्य को समय से पहले पूरा करने की संभावना.
- भविष्य में AL द्वारा Switch Mobility में अपनी हिस्सेदारी बेचने का अवसर.
- संभावित डाउनसाइड (गिरावट के कारक)
- CV (कमर्शियल व्हीकल) इंडस्ट्री में अपेक्षा से कम ग्रोथ होने का जोखिम.
- डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) के चलते माल ढुलाई में रेलवे की हिस्सेदारी बढ़ने से ट्रकों की मांग प्रभावित हो सकती है.
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प्रमोटर प्लेज बढ़ा, 300 मिलियन शेयर गिरवी
रिपोर्ट के अनुसार, Hinduja Group ने अशोक लेलैंड के 300 मिलियन शेयरों को गिरवी रखा है. यह प्लेजिंग Hinduja Automotive Ltd. (यूके स्थित होल्डिंग कंपनी) के माध्यम से की गई है, जो अशोक लेलैंड में 35 फीसदी (1.02 बिलियन शेयर) की हिस्सेदारी रखती है. नई प्लेजिंग, हिंदुजा परिवार की कुल होल्डिंग का 30 फीसदी हिस्सा है, ऐसे में निवेशकों को ये चीज तोड़ी खटक सकती है.