Bajaj का IPO नहीं मिलने पर निराश हुए थे लोग, उसको लेकर अब HSBC ने कह दी ये बात

बजाज हाउसिंग फाइनेंस को लेकर ब्रोकरेज फर्म HSBC ने कवरेज शुरू कर दिया है. फर्म ने बजाज को रिड्यूस रेटिंग दी है. एचएसबीसी ने हाउसिंग फाइनेंस पर 110 रुपये का टारगेट प्राइस सुझाया है. जानें HSBC के अनुसार कैसा रहेगा बजाज हाउसिंग का हाल?

बजाज फाइनेंस को लेकर HSBC ने कही ये बात Image Credit: Virojt Changyencham/Moment/Getty Images

बजाज हाउसिंग फाइनेंस को लेकर विदेशी ब्रोकरेज फर्म HSBC ने कवरेज शुरू कर दी है. ब्रोकरेज फर्म ने बजाज हाउसिंग पर रिड्यूस रेटिंग दी है. एचएसबीसी ने हाउसिंग फाइनेंस पर 110 रुपये का टारगेट प्राइस सुझाया है. फर्म का मानना है कि कंपनी की वर्तमान वैल्यूएशन को देखकर यह लगता है कि उसकी कमाई और एसेट मैनेजमेंट को लेकर अधिक ही उम्मीदें रखी गई है जिससे नुकसान हो सकता है.

क्या कहा HSBC ने?

HSBC के अनुसार, बजाज हाउसिंग फाइनेंस के मौजूदा वैल्यूएशन को देखकर यह लगता है कि लंबे समय में इसमें 10 फीसदी की वृद्धि और 17 फीसदी का इक्विटी ऑन रिटर्न (आरओई) मिल सकता है. हालांकि दूसरे NBFC कंपनियां इससे बेहतर आरओई तो दे ही रही हैं साथ ही उनका ग्रोथ भी स्थिर है. ऐसे में निवेशकों के लिए वह कंपनियां अच्छा विकल्प हो सकती हैं. HSBC के अनुसार, गार्डन ग्रोथ मॉडल से पता चलता है कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस का मौजूदा वैल्यूएशन वित्त वर्ष 2025-26 तक 27 फीसदी के गिरावट के साथ 110 रुपये के टारगेट प्राइस आ सकता है. बता दें कि कंपनी के शेयरों की कीमत फिलहाल बीएसई पर 150.65 रुपये हैं.

कैसी है कंपनी की परफॉर्मेंस?

बजाज फाइनेंस का कहना है कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में उसके असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर लिया है. 30 सितंबर तक AUM 26 फीसदी बढ़कर 1,02,500 करोड़ रुपये हो गया था. वहीं पिछले साल की बात करें तो 30 सितंबर 2023 तक यह 81,215 करोड़ रुपये था. हालांकि HSBC ने बजाज हाउसिंग फाइनेंस की AUM वृद्धि के पीछे 41 फीसदी CAGR होने का मुख्य कारण बताया है. इससे इतर HSBC ने यह भी संभावना जताई कि कंपनी के रिटर्न ऑन एसेट (RoA) पर आगे चलकर दबाव आ सकता है जो वित्त वर्ष 2023-24 में 2.4 फीसदी था. आने वाले समय में मार्जिन में कमी वहीं क्रेडिट कॉस्ट में वृद्धि हो सकती है जिससे आरओए पर नकारात्मक असर पड़ेगा.