BSE ने सेंसेक्स 50 और बैंकेक्स में वीकली F&O कॉन्ट्रैक्ट को खत्म किया, नवंबर से जारी नहीं होंगे नए कॉन्ट्रैक्ट

सेबी की तरफ से जारी सर्कुलर के आधार पर बीएसई ने एक अधिसूचना जारी कर सेंसेक्स 50 और बैंकेक्स में एफएंडओ के वीकली कॉन्ट्रैक्ट्स को खत्म कर दिया है. सेबी के सर्कुलर के मुताबिक बीएसई और एनएसई को एक ही वीकली कॉन्ट्रैक्ट की इजाजत दी गई है.

ये बदलाव नवंबर से लागू होंगे Image Credit: TV9 Bharatvarsh

बाजार नियामक सेबी के 1 अक्टूबर के सर्कुलर के आधार पर बीएसई ने सेंसेक्स 50 और बैंकेक्स में वीकली डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट को खत्म करने का एलान किया है. बीएसई ने गुरुवार को एक नोटिफिकेशन जारी कर यह जानकारी दी है. इसमें कहा गया है कि फ्यूचर एंड ऑप्शन के मौजूदा वीकली कॉन्ट्रैक्ट्स के खत्म होने के बाद सेंसेक्स 50 और बैंकेक्स में कोई भी नया वीकली कॉन्ट्रैक्ट जारी नहीं किया जाएगा.

बाजार नियामक सेबी ने 1 अक्टूबर को जारी अपने सर्कुलर में कहा था कि प्रत्येक एक्सचेंज वीकली एक्सपायरी वाले सिर्फ एक-एक कॉन्ट्रैक्ट ही जारी कर सकते हैं. सेबी के इस सर्कुलर की अनुपालना करते हुए बीएसई ने गुरुवार को घोषणा करते हुए कहा कि 14 नवंबर से सेंसेक्स 50 और 18 नवंबर से बैंकेक्स में वीकली कॉन्ट्रैक्ट्स को बंद कर दिया जाएगा. इस तरह यह साफ हो गया है कि बीएसई अपने 30 ब्लू-चिप स्टॉक के इंडेक्स सेंसेक्स में वीकली एक्सपायरी वाले डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट की पेशकश जारी रखेगा.

बीएसई ने इस संबंध में जारी नोटिफिकेशन में कहा कि मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी के बाद सेंसेक्स 50 के लिए कोई नया वीकली कॉन्ट्रैक्ट जारी नहीं किया जाएगा. हालांकि, सभी मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट अपनी एक्सपायरी तक वैध रहेंगे. बीएसई ने कहा, बैंकेक्स के लिए फिलहाल 18 नवंबर, 2024 तक के वीकली कॉन्ट्रैक्टस जारी किए गए हैं. इसके बाद बैंकेक्स के लिए कोई नए वीकली कॉन्ट्रैक्ट जारी नहीं होंगे.

कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू भी बढ़ी

इसके अलावा सेबी ने इंडेक्स डेरिवेटिव यानी एफएंडओ में ट्रेडिंग के लिए न्यूनतम ट्रेडिंग राशि की मौजूदा सीमा 5 लाख को बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दिया है. माना जा रहा है कि बाद में इस राशि को 20 लाख तक बढ़ाया जा सकता है. सेबी के सर्कुलर के मुताबिक इंडेक्स डेरिवेटिव का लॉट साइज इस तरह निर्धारित किया जाएगा कि इससे कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू 15 लाख से 20 लाख के बीच हो.

सेंसक्स को क्यों चुना गया

अगस्त में बीएसई के इंडेक्स ऑप्शंस का अनुमानित कारोबार ₹2,603 ​​लाख करोड़ था. एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2024 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में इसके इंडेक्स डेरिवेटिव में सेंसेक्स की कुल कारोबार में 85 फीसदी हिस्सेदारी रही.

नएएसई में भी जल्द होंगे बदलाव

जल्द ही एनएसई की तरफ से भी इस संबंध में बदलावों की घोषणा की जाएगी. एनएसई फिलहाल निफ्टी, बैंक निफ्टी, फिन निफ्टी और मिडकैप सलेक्ट में इंडेक्टस डेरिवेटिव के वीकली एक्सपायरी वाले कॉन्ट्रैक्टस जारी करता है. माना जा रहा है कि एनएसई की तरफ से निफ्टी या बैंक निफ्टी में से किसी एक में वीकली एक्सपायरी वाले डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्टस को जारी रखा जाएगा.

सेबी ने क्यों किए ये बदलाव

1 अक्टूबर को बाजार नियामक सेबी ने निवेशकों की सुरक्षा और बाजार स्थिरता में सुधार करने के के लिए सभी एक्सचेंज को इंडेक्स डेरिवेटिव के ढांचे सुधारने के लिए कहा, जिसमें कई कई उपाय बताए गए हैं. इनमें सबसे अहम इंडेक्स डेरिवेटिव में वीकली एक्सपायरी को कम करना शामिल है. सेबी के निर्देशों के मुताबिक सभी एक्सचेंज को अब अपने बेंचमार्क इंडेक्स में से केवल एक के लिए ही वीकली एक्सपायरी वाले डेरिवेटिव जारी करने की मंजूरी दी गई है.