क्या 1600 के पार पहुंचेंगे रिलायंस के शेयर? जानें- ब्रोकरेज ने क्यों कहा आने वाली है जोरदार तेजी
RIL Target Price: रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. हालांकि, ब्रोकरेज फर्म कहना है कि इस स्टॉक में जल्दी ही तेजी ट्रिगर हो सकती है. इसलिए उसने स्टॉक पर टार्गेट प्राइस सेट किया है. लगातार आ रही गिरावट के बावजूद ब्रोकरेज फर्म CLSA इस स्टॉक पर बुलिश है.
Reliance Industries Share: रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट का सिलसिला नए साल में भी जारी है. सोमवार, 6 जनवरी को रिलायंस के शेयर करीब दो फीसदी टूटकर 1226 रुपये के लेवल पर आ गए हैं. लगातार आ रही गिरावट के बावजूद ब्रोकरेज फर्म CLSA इस स्टॉक पर बुलिश है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि आने वाले दिनों में रिलायंस के शेयरों की कीमत में ट्रिगर देखने तो मिल सकता है और अपने मौजूदा लेवल से स्टॉक जोरदार उछाल भर सकता है. रिलायंस के लिए पिछला साल बेहद ही निराशाजनक रहा था. स्टॉक ने नेगेटिव रिटर्न के साथ साल का समापान किया था. इसलिए निवेशक इंतजार में हैं कि आखिर कब ये स्टॉक दौड़ना शुरू करेगा.
रिलायंस टार्गेट प्राइस
CLSA ने रिलायंस के शेयर पर आउटपरफॉर्म कॉल दिया और 1,650 रुपये का टार्गेट प्राइस सेट किया है. ब्रोकरेज के अनुसार, स्टॉक में गिरावट को आकर्षक मुनाफे के लिए एंट्री प्वाइंट साबित हो सकता है, जिसकी वजह से ट्रिगर देखने को मिल सकते हैं. रिटेल कारोबार के मुनाफे में गिरावट स्टॉक के लिए लगातार एक बड़ी बाधा के रूप में उभरा है.
ब्रोकरेज को उम्मीद है कि रिटेल सेक्टर H2FY25 में आशाजनक वृद्धि पर वापस आ जाएगा और जियो के लिए एयरफाइबर सब्सक्राइबर में तेजी से 2025 के अंत में Jio IPO की संभावना बढ़ सकती है. इसके अलावा टैरिफ बढ़ोतरी का पूरा प्रभाव और एक और टैरिफ बढ़ोतरी 2025 के अंत में Jio IPO के लिए उत्साह बढ़ाएगी.
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रिलायंस की प्लानिंग
रिलायंस इंडस्ट्रीज का लक्ष्य अपने जियो और रिटेल कारोबार के साइज को डबल करना है. कंपनी न्यू एनर्जी कारोबार को अपने ऑयल टू केमिकल के बराबर करने की योजना पर भी काम कर रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार, मुकेश अंबानी 2025 तक जियो की लिस्टिंग का लक्ष्य बना रहे हैं. साल 2019 में अंबानी ने कहा था कि जियो और रिलायंस रिटेल दोनों ही पांच साल के भीतर लिस्टिंग की ओर बढ़ेंगे.
हालांकि, इसके अलावा जानकारों का कहना है कि धीमी ग्रोथ, रियल स्टेट की बढ़ती लागत और कारोबार के विस्तार के लिए जरूरी कैपिटल एक्सपेंडिचर का हवाला देते हुए निवेशक रिलायंस के शेयर को लेकर थोड़े सर्तक नजर आ रहे हैं.
डिसक्लेमर– मनी9लाइव किसी भी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ शेयरों के बारे में जानकारी दी गई है. निवेश से पहले जरूरी है कि आप किसी वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें.