Dixon Tech shares: डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयर 14 फीसदी टूटे, आखिर अब किस तरफ जाएगा ये स्टॉक?
डिक्सन टेक ने एचकेसी के साथ ज्वाइंट वेंचर में अपनी खुद की डिस्प्ले फैब्रिकेशन यूनिट स्थापित करने का प्लान बनाया है. 1993 में स्थापित डिक्सन भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग उद्योग में एक लीडिंग कंपनी है. तिमाही के आंकड़े में गिरावट के चलते शेयर टूट रहे हैं.
Dixon Technologies shares: मंगलवार, 21 जनवरी की सुबह डिक्सन टेक्नोलॉजीज (इंडिया) लिमिटेड के शेयरों में भारी गिरावट आई. अनुमान से अधिक डेप्रिसिएशन और वित्तीय लागत के कारण तीसरी तिमाही के मुनाफे में 5-7 फीसदी की गिरावट आई है. हालांकि, स्टॉक पर नजर रखने वाले ब्रोकेरज पॉजिटिव बने हुए हैं. कंपनी ने दिसंबर में समाप्त तिमाही के लिए अपने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट और ऑपेरशनल रेवेन्यू में गिरावट की जानकारी दी है. दिसंबर तिमाही में डिक्सन का नेट प्रॉफिट 411.7 करोड़ रुपये से 47.5 प्रतिशत घटकर 216 करोड़ रुपये रह गया. रेवेन्यू 9 फीसदी से अधिक घटकर 10,453.7 करोड़ रुपये रह गया.
नुवामा ने बढ़ा दिया टार्गेट प्राइस
इस बीच नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने डिक्सन के लिए अपने टार्गेट प्राइस को 16,400 रुपये से बढ़ाकर 18,790 रुपये कर दिया. साथ ही उचित वैल्यूएशन का हवाला देते हुए, स्टॉक पर ‘होल्ड’ रेटिंग बनाए रखा है. ब्रोकरेज ने कहा कि हम डिक्सन के असाधारण एग्जीक्यूशन और भविष्य की संभावनाओं की प्रशंसा करते हैं. हम ‘होल्ड’ रेटिंग बरकरार रखते हैं और एंट्री के लिए बेहतर प्राइस प्वाइंट का इंतजार कर रहे हैं.
मुनाफे में कटौती का अनुमान
नुवामा ने अपने FY25E/26E/27E प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) अनुमानों में क्रमश 3 फीसदी, 5 फीसदी और 10 फीसदी की कटौती की है. यह कमजोर टीवी प्रदर्शन, वीवो JV और इस्मार्टू के पूरी तरह कंसोलिडेशन के कारण हैं. डिक्सन ने दिसंबर 2024 में वीवो के साथ एक ज्वाइंट वेंचर बनाया था और सरकारी प्रोत्साहनों के आधार पर डिस्प्ले फैब मैन्युफैक्चरिंग में प्रवेश करने की योजना बनाई थी.
नुवामा ने कहा कि हम वैल्यूशन को मार्च 2026 तक आगे बढ़ाते हैं, जिससे वित्त वर्ष 27 ईपीएस के 65x के आधार पर 18,790 रुपये (पहले 16,400 रुपये) का टार्गेट प्राइस होता है.
शेयरों में भारी गिरावट
बीएसई पर डिक्सन टेक के शेयर 13.81 प्रतिशत गिरकर 17,554.45 रुपये के निचले स्तर पर आ गए, कंपनी की योजना एचकेसी के साथ ज्वाइंट वेंचर में अपनी खुद की डिस्प्ले फैब्रिकेशन यूनिट स्थापित करने की है. जिसकी कुल लागत 3 अरब डॉलर होगी.
क्या करती है कंपनी?
1993 में स्थापित डिक्सन भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग उद्योग में एक लीडिंग कंपनी है. इसने 1994 में कलर टेलीविजन के निर्माता के रूप में शुरुआत की, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसने कई सेक्टर में कदम रखा है, जिसमें कंज्यूमर ड्यूरेबल वस्तुएं, घरेलू उपकरण, लाइटिंग, मोबाइल फोन और सुरक्षा उपकरण शामिल हैं. यह सेट-टॉप बॉक्स, मोबाइल फोन और एलईडी टीवी पैनल जैसे उत्पादों की एक की एक रेंज के लिए रिन्यू सर्विसेज भी प्रदान करती है.
डिसक्लेमर– Money9live आपको किसी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय अवश्य लें.