इकोनॉमिक सर्वे का अनुमान, 2025 में भारतीय शेयर बाजार में दिख सकता है बड़ा करेक्शन
इकोनॉमिक सर्वे के मुताबिक, कोविड 19 महामारी के बाद नए निवेशकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई और वह शेयर बाजार में काफी सक्रिय भी हैं. आर्थिक सर्वेक्षण में यह भी बताया गया कि भारतीय इक्विटी बाजार अमेरिकी बाजारों के उतार-चढ़ाव के हिसाब से काफी बदलता है.
Economic Survey sees major stock market correction: कुछ दिन पहले अमेरिका की एक रिपोर्ट में दावा किया था कि यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के शेयर बाजार आने वाले कुछ महीनों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है. अब भारत के शेयर बाजार को लेकर भी ऐसे ही कयास लगाए जा सकते हैं. शुक्रवार, 31 जनवरी को सदन में टेबल किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया कि आशावादी भावनाओं के बावजूद, 2025 में भारतीय शेयर बाजार में बड़ी करेक्शन दिख सकती है.
इसके साथ ही सर्वे में ये आगाह भी किया गया कि अगर ऐसे करेक्शन होते हैं तब भारत पर इसका काफी बड़ा असर पड़ सकता है. नए युवा और खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी को देखते हुए ये और भी परेशान कर सकता है.
कोविड के बाद काफी बढ़े हैं निवेशक
इकोनॉमिक सर्वे के मुताबिक, कोविड 19 महामारी के बाद नए निवेशकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई और वह शेयर बाजार में काफी सक्रिय भी हैं. 2020 में जहां 4.9 करोड़ निवेशक थे, 31 दिसंबर 2024 तक यह संख्या बढ़कर 13.2 करोड़ हो गई है.
कैसा रहा है इक्विटी बाजार
आर्थिक सर्वेक्षण में यह भी बताया गया कि भारतीय इक्विटी बाजार अमेरिकी बाजारों के उतार-चढ़ाव के हिसाब से काफी बदलता है. पुराने डाटा के मुताबिक, अमेरिकी बाजार के S&P 500 में जब भी 10 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है, तब निफ्टी 50 ने भी लगभग सभी सेक्टर में नेगेटिव रिटर्न दिया है.
औसतन, निफ्टी 50 में 10.7 फीसदी की गिरावट आई है. हालांकि इंडियन शेयर बाजार निफ्टी 50 में 10 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई है तब अमेरिकी बाजार S&P 500 ने 13 बार पॉजिटिव रिटर्न दिखाया है.
भारतीय बाजार अधिक फ्लेक्सिबल
हालांकि इकोनॉमिक सर्वेक्षण में इस बात भी प्रकाश डाली गई कि भारतीय बाजार, अमेरिकी बाजार की तुलना में ज्यादा फ्लेक्सिबल साबित हुआ है. उदाहरण के लिए, अक्टूबर 2024 में जब विदेशी निवेशकों ने भारत से 11 बिलियन डॉलर निकाल लिए थे, तब भी भारतीय बाजार की गिरावट कम रही थी.
कैसा रहा है सेंसेक्स का परफॉर्मेंस?
पिछले कुछ सप्ताह से भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट दिख रही थी. हालांकि पिछले कुछ दिनों से बाजार में वापस से हरियाली आ रही है. इस सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिवस यानी आज, 31 जनवरी को सेंसेक्स 0.97 फीसदी की बढ़त (740 अंक) की तेजी के साथ 77,500,57 पर बंद हुआ. हालांकि बीएसई सेंसेक्स ने 27 सितंबर, 2024 को अपना ऑल टाइम हाई 85,478.25 अंक छुआ था. उसके बाद से इसमें गिरावट आ रही है. इन्हीं संकेतों के आधार पर भारतीय मार्केट को लेकर बड़े करेक्शन का अंदाजा लगाया जा रहा है.