गिरते बाजार में भी FIIs ने इन 5 शेयरों में लगाया दांव, रियल एस्टेट, चीनी जैसे सेक्टर में इनका कारोबार

बाजार में भारी बिकवाली देखी जा रही है. इसका एक कारण विदेशी निवेशकों का ताबड़तोड़ बिकवाली है. जिससे सभी सेक्टर्स की हालत खराब है लेकिन इस गिरावट में विदेशी निवेशक कुछ शेयरों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं. आइए जानते हैं किन शेयरों में विदेशी निवेशकों ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है.

विदेशी निवेशकों ने इन शेयरों में बढ़ाई हिस्सेदारी. Image Credit: TV9 Bharatvarsh

FIIs Holding Stocks: एक तरफ जहां बाजार में त्राहिमाम वाली स्थिति है. निवेशकों के पोर्टफोलियो की हालत नाजुक है. विदेशी निवेशको नॉनस्टॉप बिकवाली ने पूरे सेंटीमेंट पर पानी फेर के रखा है. विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने जनवरी 2025 में भारतीय शेयर बाजार से भारी मात्रा में पैसे निकाले, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा. उन्होंने जनवरी में करीब 86,591.80 करोड़ रुपये और 18 फरवरी 2025 तक -28,334.70 करोड़ की बिकवाली की है. वहीं दूसरी कुछ शेयरों में उन्होंने निवेश बढ़ाया, जिससे उन स्टॉक्स में उछाल देखने को मिला. आइए जानते हैं ऐसे 5 शेयरों के बारे में जिनमें FIIs ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है.

Greaves Cotton

  • ग्रीव्स कॉटन इंजन, पावर जनरेशन उपकरण और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए तकनीकी समाधान बनाने वाली कंपनी है. सितंबर 2024 तिमाही में इसमें एफआईआई की हिस्सेदारी 1 फीसदी थी, जो दिसंबर 2024 में बढ़कर 2.4 फीसदी हो गई.
  • इसके अलावा, मशहूर निवेशक विजय केडिया ने दिसंबर 2024 में इस कंपनी के 12 लाख शेयर खरीदे.
  • 18 फरवरी तक इसके शेयरों का भाव 256.80 रुपये था.
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Shaily Engineering

  • यह कंपनी प्लास्टिक प्रोडक्ट्स बनाती है और खासतौर पर मेडिकल उपकरणों में उपयोग होने वाले हाई-परफॉर्मेंस पॉलिमर से उत्पाद बनाती है.
  • एफआईआई की हिस्सेदारी सितंबर 2024 में 3.1 फीसदी थी, जो दिसंबर 2024 में बढ़कर 5.4 फीसदी हो गई.
  • 18 फरवरी तक इसके शेयरों का भाव 1,377.50 रुपये था.
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Borosil Renewables

  • यह भारत की एकमात्र सोलर ग्लास बनाने वाली कंपनी है. इसका उपयोग सौर एनर्जी पैनलों में किया जाता है.
  • एफआईआई की हिस्सेदारी सितंबर 2024 में 4.2 फीसदी थी, जो दिसंबर 2024 में बढ़कर 5.4 फीसदी हो गई. यह बढ़ोतरी सरकार द्वारा चीन और वियतनाम से आने वाले सोलर ग्लास पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाने के फैसले के बाद देखी गई.
  • 18 फरवरी तक इसके शेयरों का भाव 500.40 रुपये था.
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EID Parry

  • यह कंपनी चीनी और न्यूट्रास्युटिकल्स के क्षेत्र में काम करती है. यह मुरुगप्पा ग्रुप की कंपनी है और भारत में चीनी उत्पादन में अहम भूमिका निभाती है.
  • एफआईआई ने इसमें अपनी हिस्सेदारी सितंबर 2024 के 10.7 फीसदी से बढ़ाकर दिसंबर 2024 में 12.6 फीसदी कर दी.
  • 18 फरवरी को बाजार बंद होने के बाद इसके शेयरों का भाव 718.95 रुपये था.
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Brigade Enterprises

  • यह भारत की बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों में से एक है और दक्षिण भारत, खासकर बेंगलुरु में अपनी मजबूत पकड़ रखती है.
  • एफआईआई ने इसमें अपनी हिस्सेदारी सितंबर 2024 में 18.5 फीसदी से बढ़ाकर दिसंबर 2024 में 20.3 फीसदी कर दी. कंपनी ने हाल ही में बेंगलुरु में भारत का पहला नेट-जीरो रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट लॉन्च किया, जिससे इसमें निवेश बढ़ा.
  • 18 फरवरी तक इसके शेयरों का भाव 973.85 रुपये था.
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