FIIs 38 दिन बाद बने नेट बायर, जानें क्यों लगाया रिवर्स से फॉरवर्ड गियर?
भारतीय शेयर बाजार मंगलवार को भले ही गिरावट के साथ बंद हुआ, लेकिन विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के मोर्चे से अच्छी खबर आई है. एफआईआई 38 दिन बाद रिवर्स से निकल फॉरवर्ड गियर में दिखे हैं. 25 नवंबर को एफआईआई 10 हजार करोड़ की खरीद के साथ नेट बायर बने.
सितंबर में जब भारतीय बाजार शीर्ष पर था, तब से अब तक लगातार 38 दिन तक विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में नेट सेलर बने हुए थे. विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से पैसा निकालकर चीन, जापान और दूसरे बाजारों लगा रहे थे. 38 कारोबारी सत्रों के बाद आखिर 25 नवंबर को विदेशी निवेशकों ने रिवर्स गियर छोड़कर भारतीय बाजार में 10 हजार करोड़ से ज्यादा खरीदारी की और नेट बायर बने.
एफआईआई ने क्यों बदला रुख
एफआईआई के इनफ्लो में आए इस बदलाव के पीछे ज्यादातर विशेषज्ञ MSCI (मॉर्गन स्टैनली कैपिटल इनवेस्टमेंट) इंडेक्स में हुए फेरबदल को वजह मानते हैं. MSCI ने वोल्टास, ओबेरॉय रियल्टी, बीएसई, कल्याण ज्वैलर्स और अलकेम लैबोरेटरीज जैसे स्टॉक्स को 25 नवंबर को MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल किया है. इसके अलावा कई कंपनियों को MSCI के स्मॉल कैप इंडेक्स में जोड़ा है.
इसे एफआईआई का लौटना न मानें
वेंचुरा सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड विनीत बोलिंजकर के मुताबिक MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में जिन पांच भारतीय कंपनियों को जोड़ा गया है, उनमें 2.5 अरब डॉलर यानी करीब 20,000 करोड़ रुपये का पैसिव इनफ्लो देखने को मिला है. इस तरह मामला असल में एफआईआई के लौटने से ज्यादा कुछ खास स्टॉक्स में इफ्लो बढ़ने का है.
नहीं बैठ रहा हिसाब किताब
बाजार के जानकारों का कहना है कि MSCI FII के नेट पैसिव इनफ्लो की बात करें, तो यह 2-2.5 अरब डॉलर के बीच है, इस तरह यह रकम 17 से 20 हजार करोड़ के बीच बनती है. लेकिन, 25 नवंबर का इनफ्लो करीब 10,000 करोड़ रुपये है. इस तरह यह इशारा कर रहा है कि शेयर बाजार में तेजी के बीच एफआईआई ने 7,000 से 8,000 करोड़ रुपये की कैश पोजिशन सेल की है.
मंगलवार को भी चमत्कार
भारत के बाजार से पिछले दो महीनों से एफआईआई लगातार सेल कर रहे हैं. अक्टूबर और नवंबर नेट सेल 13 अरब डॉलर से ज्यादा की हो चुकी है. इस बिकवाली के पीछे सबसे बड़ी वजह चीन के बाजार का अंडरवैल्यूड होना और वहां जारी किए गए राहत पैकेज को माना जा गया. ऐसे में मंगलवार को भी एफआईआई का नेट बायर होना चमत्कार जैसा है. प्रोविजन आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार, 26 नवंबर को एफआईआई ने शेयरों में 1,157.70 करोड़ नेट खरीद की है. जबकि इससे पहले 25 नवंबर को 9,947.55 करोड़ का निवेश किया था.