गिफ्ट निफ्टी दे रहा संकेत, कमजोरी के साथ खुल सकता है भारतीय बाजार
सभी की निगाह अमेरिकी चुनाव पर है. बाजार की चाल भी आज उसी के हिसाब से देखने को मिलेगी. इन सब के बीच शुरुआती काराबोर में गिफ्ट निफ्टी से संकेत अच्छे नहीं आ रहे हैं. आइए एशियाई बाजार और अमेरिकी बाजार का हाल जानते हैं.
कल भारतीय बाजार में भयंकर वौलैटिलिटी देखने को मिली थी. अमेरिकी चुनाव, कमजोर तिमाही नतीजे और विदेशी निवेशकों की लगातार भारी बिकवाली बाजार का सेंटीमेंट बिगाड़ कर रखा है. इन सब के बीच आज बाजार पर सभी की निगाह रहेगी. आज देखना दिलचस्प होगा कि अमेरिकी चुनाव को भारतीय बाजार कैसा प्रतिक्रिया देती है? इन सब के बीच गिफ्ट निफ्ट से संकेत मिल रहा है कि आज भारतीय बाजार की शुरुआत अच्छी नहीं हो सकती है. आइए एशियाई बाजार समेत अमेरिकी बाजार का अपडेट जानते हैं.
क्या है एशियाई बाजारों का हाल?
आज गिफ्ट निफ्टी में तेजी देखी जा रही है. गिफ्ट निफ्टी में फिलहाल 50 अंक कमजोरी के साथ 24,255 के स्तर पर कारोबार करता दिख रहा है. निक्केई 495 अंक की तेजी दिखा रहा है. सिंगापुर का स्ट्रेट टाइम 0.25 फीसदी गिरकर कारोबार कर रहा है. कोरिया का बाजार कॉस्पी 0.24 फीसदी नीचे कारोबार रहा है. वहीं हैंग सेंग 1.39 फीसदी गिरकर कारोबार कर रहा है. इसके अलावा ताइवान के बाजार में 0.02 फीसदी से ज्यादा की तेजी नजर आ रही है. मतलब मिला-जुला कारोबार देखने को मिल रहा है.
कैसा रहा था अमेरिकी बाजार का हाल?
अमेरिका चुनाव पर सभी की निगाह है. अमेरिकी बाजार भी उसी अनुरुप प्रतिक्रिया दे रहा है. एसएंडपी 500 में 1.2 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज में 427.28 अंक या 1 फीसदी की वृद्धि हुई, और नैस्डैक कंपोजिट में 1.4 फीसदी की वृद्धि हुई. स्मॉल-कैप शेयरों ने बेहतर प्रदर्शन किया, रसेल 2000 में लगभग 1.7 फीसदी की वृद्धि हुई.
कैसा रहा था कल का भारतीय बाजार?
मंगलवार को भारतीय बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार उछाल देखने को मिला था. सेंसेक्स 0.88 फीसदी के उछाल के साथ 79,476.63 अंक पर बंद हुआ था. निफ्टी के 50 में से 39 शेयर आज ग्रीन मार्क में बंद हुए और 11 लाल निशान में बंद हुए थे. सेक्टोरल इंडेक्स में सबसे ज्यादा उछाल मेटल सेक्टर में देखा गया. इसमें 2.8 फीसदी की बढ़त देखी गई थी. इसके अलावा सभी बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज से जुड़े इंडेक्स मे भी 1 फीसदी से ज्यादा का उछाल देखा गया था. सबसे खराब प्रदर्शन एफएमसीजी और मीडिया सेक्टर का रहा था.