गोल्डमैन सैक्स ने इन 2 देसी कंपनियों में किया 281 करोड़ रुपये का निवेश, क्या बदलेगी इनकी किस्मत?

गोल्डमैन सैक्स ने 28 मार्च को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और जोमैटो के शेयर खरीदे. यह डील खुले बाजार में हुआ और इसकी कुल कीमत 281 करोड़ रुपये रही. ये शेयर 199.5 रुपये से लेकर 4,176.25 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर खरीदे गए. इस डील की कुल कीमत 280.96 करोड़ रुपये रही.

गोल्डमैन सैक्स ने इन 2 देसी कंपनियों में किया 281 करोड़ रुपये का निवेश Image Credit: Money 9

Goldman Sachs acquires HAL, Zomato shares: गोल्डमैन सैक्स ने 28 मार्च को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और जोमैटो के शेयर खरीदे. यह डील खुले बाजार में हुआ और इसकी कुल कीमत 281 करोड़ रुपये रही. BSE के डील डेटा के अनुसार, गोल्डमैन सैक्स ने अपनी सिंगापुर की शाखा के जरिए बेंगलुरु की कंपनी HAL के 3.85 लाख शेयर खरीदे. इसके अलावा, अमेरिकी कंपनी ने ऑनलाइन खाना डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो के 60.07 लाख शेयर भी लिए.

इतने कीमत पर खरीदे गए शेयर

ये शेयर 199.5 रुपये से लेकर 4,176.25 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर खरीदे गए. इस डील की कुल कीमत 280.96 करोड़ रुपये रही. दूसरी ओर हांगकांग की कंपनी काडेंसा कैपिटल ने अपनी शाखा काडेंसा मास्टर फंड के जरिए HAL और जोमैटो के इतने ही शेयर उसी कीमत पर बेचे. शुक्रवार को HAL के शेयरों में थोड़ी बढ़त हुई और ये BSE पर 4,176 रुपये पर बंद हुए. वहीं, जोमैटो के शेयर 2.07 फीसदी गिरकर 201.50 रुपये पर बंद हुए.

मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स पर भी पड़ा असर

2024-25 वित्तीय वर्ष का आखिरी कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार के लिए अच्छा नहीं रहा. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ ऐलान से निवेशक सतर्क हो गए. निफ्टी 50 में 0.31 फीसदी की गिरावट आई और यह 23,519 पर बंद हुआ. सेंसेक्स भी 0.25 फीसदी गिरकर 77,414 पर रुका. मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी नीचे आए. निफ्टी मिडकैप 100 0.32 फीसदी गिरकर 51,672 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 0.15 फीसदी नीचे 16,095 पर बंद हुआ.

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सेंसेक्स में 5 फीसदी से ज्यादा की बढ़त

2024-25 में डी-स्ट्रीट के निवेशकों की संपत्ति 25.90 लाख करोड़ रुपये बढ़ी. सेंसेक्स में 5 फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई. साल की शुरुआत में निफ्टी 50 ने 16 फीसदी की छलांग लगाई. अगले पांच महीनों में यह बढ़त खत्म हो गई. वैश्विक स्तर पर ट्रंप के ऑटोमोबाइल पर 25 फीसदी टैरिफ और यूरोप-कनाडा पर बड़े टैरिफ की धमकी से व्यापार तनाव बढ़ गया.