अडानी के संकटमोचक के भी शेयर धाराशायी, 26 फीसदी गिरे…. GQG रिव्यू कर सकती है पोर्टफोलियो
अक्टूबर 2024 तक 159.4 अरब डॉलर का प्रबंधन करने वाली बुटीक निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के बाद अडानी के स्टॉक्स में एक प्रमुख निवेशक रही है.
अडानी ग्रुप के शेयरों में निवेश कर मुनाफा कमाने वाले NRI निवेशक राजीव जैन की नेतृत्व वाली बुटीक निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स अब अपने पोर्टफोलियो को रिव्यू कर रही है. ऑस्ट्रेलिया के एएसएक्स (Australian Securities Exchange) पर लिस्ट जीक्यूजी के शेयरों में आज सुबह 26 फीसदी की गिरावट आई. ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) के गौतम अडानी पर लगाए आरोप के चलते जीक्यूजी के शेयरों में गिरावट आई. अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी और अन्य सात लोगों को पर रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. इसके बाद आज समूह के शेयर में भी भारी गिरावट आई है.
महत्वपूर्ण निवेशक है GQG
जीक्यूजी ने एक बयान में कहा कि हम न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी ऑफिस और अमेरिकी सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज आयोग के गौतम अडानी और अन्य लोगों पर लगाए आरोप को मॉनिटर कर रहे हैं. निवेश फर्म ने कहा कि टीम सामने आ रहे डिटेल्स की समीक्षा कर रही है कि पोर्टफोलियो को लेकर आगे क्या कदम उठाया जाए. राजीव जैन की जीक्यूजी पार्टनर्स अडानी समूह के शेयरों में एक महत्वपूर्ण निवेशक है.
मुश्किल समय में किया था निवेश
अक्टूबर 2024 तक 159.4 अरब डॉलर का प्रबंधन करने वाली बुटीक निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के बाद अडानी के स्टॉक्स में एक प्रमुख निवेशक रही है. अडानी पोर्ट्स, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी एंटरप्राइजेज सहित अडानी समूह की कंपनियों में इसका निवेश मार्च 2023 में 15,446 करोड़ रुपये के निवेश के साथ शुरू हुआ और तब से बढ़कर लगभग 80,000 करोड़ रुपये हो गया है.
जनवरी 2023 में आई हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद राजीव जैन की GQG पार्टनर्स अडानी समूह की कंपनियों में पहली रणनीतिक निवेशक थी. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी, तब GQG पार्टनर्स ने निवेश कर सपोर्ट दिया था.