Hi-Tech पाइप्स ने क्यूआईपी के जरिए जुटाए 500 करोड़ रुपये, निवेशकों द्वारा किया गया ओवरसब्सक्राइब

हाईटेक पाइप्स ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के जरिए 500 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए हैं. कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि क्यूआईपी 7 अक्टूबर को बाजार खुलने के बाद खुला और 11 अक्टूबर को बंद हुआ.

Hi-Tech पाइप्स ने क्यूआईपी के जरिए जुटाए 500 करोड़ रुपये, निवेशकों द्वारा किया गया था ओवरसब्सक्राइब Image Credit: Internet

स्टील पाइप बनाने वाली कंपनी हाईटेक पाइप्स ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के जरिए 500 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए हैं. कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि क्यूआईपी 7 अक्टूबर को बाजार खुलने के बाद खुला और 11 अक्टूबर को बंद हुआ. क्यूआईपी को निवेशकों ने ओवर सब्सक्राइब किया और 800 करोड़ रुपये से अधिक की बोलियां लगी. कंपनी ने कहा इस पर कहा कि हाईटेक पाइप्स ने निवेशकों द्वारा ओवर सब्सक्राइब किए जाने के साथ 5,000 मिलियन रुपये के क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के सफल समापन की घोषणा की है.

इन कंपनियों की भी है नजर

क्यूआईपी ने मोतीलाल ओसवाल फंड, बंधन म्यूचुअल फंड, बैंक ऑफ इंडिया म्यूचुअल फंड, जेएम फाइनेंशियल म्यूचुअल फंड, एलआईसी म्यूचुअल फंड, व्हाइटओक म्यूचुअल फंड, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस जैसे प्रमुख घरेलू संस्थानों को आकर्षित किया. इसके अलावा, प्रमुख वैश्विक संस्थानों ने भी क्यूआईपी में भाग लिया. कंपनी ने क्यूआईपी के तहत 185.50 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के हिसाब से 26,996,734 नए इक्विटी शेयर जारी किए.

हाई-टेक पाइप्स के शेयर की कीमत में साल-दर-साल (YTD) आधार पर 68 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. यह ₹ 119.45 के स्तर से बढ़कर ₹ 201.60 हो गई है. शुक्रवार, 11 अक्टूबर को हाई-टेक पाइप्स ने ₹ 201.25 प्रति शेयर पर कारोबार समाप्त किया. पिछले एक साल में हाईटेक पाइप्स के शेयर की कीमत ने 130 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. पिछले दो सालों में, इसकी कीमत में 240 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

क्या होता है क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी)?

क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) मूल रूप से लिस्टेड कंपनियों के लिए बाजार नियामकों को कानूनी कागजी कार्रवाई प्रस्तुत किए बिना पूंजी जुटाने का एक तरीका है. सेबी ने कंपनियों की विदेशी पूंजी संसाधनों पर निर्भरता से बचने के लिए यह नियम बनाया.