इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने वापस लिया ₹22,000 करोड़ का राइट्स इश्यू, जानें इससे कैसे होता है फायदा?

Indian Oil Corporation के राइट्स इश्यू के प्रस्ताव को वापस लेने के फैसले ने कई मौजूदा निवेशकों को फायदे से दूर कर दिया है. जानें क्या होता है राइट्स इश्यू?

इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने वापस लिया ₹22,000 करोड़ का राइट्स इश्यू, जानें इससे कैसे होता है फायदा? Image Credit: Sheldon Cooper/SOPA Images/LightRocket via Getty Images

इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOC) के निवेशकों के लिए बुरी खबर है. खबर ये है कि कंपनी राइट्स इश्यू के जरिए 22,000 करोड़ रुपये जुटाने जा रही थी लेकिन अब उसने अपना फैसला बदल दिया है. IOC ने एक्सचेंजेज को जानकारी दी कि उसने जो 22,000 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू करने का प्रस्ताव किया था वह अब उसे वापस ले रहे हैं.

कंपनी ने राइट्स इश्यू करने के लिए 7 जुलाई 2023 को मंजूरी दी थी. हाल में पारित हुए केंद्रीय बजट में, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने कहा कि ₹30,000 करोड़ के प्रस्तावित आवंटन के मुकाबले ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) को पूंजी समर्थन के लिए कोई फंड आवंटित नहीं किया गया था. बता दें कि IOC भी एक ऑयल मार्केटिंग कंपनी है.

कंपनी ने अपने बयान में कहा, “इसीलिए, राइट्स इश्यू में सरकार की गैर-भागीदारी को देखते हुए, बोर्ड ने शेयरों के प्रस्तावित राइट्स इश्यू को वापस लेने का फैसला किया है.”

जून तिमाही के अंत में सरकार के पास इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में 51.5% हिस्सेदारी है.

इसके बाद अब भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPCL) के राइट्स इश्यू भी सवालों के घेरे में आते हैं क्योंकि BPCL के बोर्ड ने भी राइट्स इश्यू के जरिए ₹18,000 करोड़ जुटाने की मंजूरी दी थी.

क्या होते हैं राइट्स इश्यू?

राइट्स इश्यू एक ऐसा जरिया जिससे कंपनियां अतिरिक्त पैसा जुटा सकती है. हालांकि राइट्स इश्यू के जरिए कंपनी अपने मौजूदा शेयर होल्डर्स से ही पैसा जुटा सकती है.

इसमें होता यह है कि कंपनी अपने मौजूदा शेयर होल्डर्स को राइट देती है ताकी वे कंपनी के शेयर खरीदना चाहे तो खरीद सकते हैं.

कंपनी राइट्स इश्यू डिस्काउंट पर करती है. मान लीजिए कंपनी हर दो शेयर पर एक शेयर दे रही है. अगर आपके पास कंपनी के 10 शेयर हैं तो इस हिसाब से आप ज्यादा से ज्यादा कंपनी के 5 शेयर खरीद सकते हैं.

राइट्स इश्यू डिस्काउंट पर जारी करने का मतलब यह है कि कंपनी के एक शेयर का करेंट मार्केट प्राइस अगर 100 रुपये है तो कंपनी इसे डिस्काउंट पर बेचेगी. उदाहरण के लिए कंपनी इसे 20% या 80 रुपये में बेचना चाहती है. ऐसे में 100 रुपये का एक शेयर आपको 80 रुपये में मिल जाएगा. फिर चाहे आप इसे बाजार में बेच दें या कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा लें.