गोल्ड को लेकर बदल रही भारतीयों की सोच, घर में रखने की जगह इस तरह कर रहे सॉलिड कमाई

जूलरी के तौर पर गोल्ड घर में रखना भारतीयों का बड़ा शौक है कि हमारे देश की महिलाओं के पास कई देशों के केंद्रीय बैंक से ज्यादा गोल्ड रखा है. लेकिन, अब यह चलन बदल रहा है. लोग अब गोल्ड को घर में रखने के बजाय इससे कमाई करने लगे हैं. जानते हैं, कैसे लोगों सोने को एक एक्टिव एसेट में बदल दिया है.

वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता के माहौल को देखते हुए निवेशक गोल्ड पर भरोसा जता रहे हैं. Image Credit: GettyImages

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीयों के बीच गोल्ड जूलरी का क्रेज धीरे-धीरे कम हो रहा है. लेकिन, ऑवरऑल गोल्ड को लेकर दीवानगी में जरा भी कमी नहीं आई है. बल्कि, फिजिकल गोल्ड की जगह गोल्ड ईटीएफ जैसे इंस्ट्रूमेंट में 550% ये ज्यादा का जबरदस्त उछाल आया है. शुक्रवार को एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स (एएमएफआई) इन इंडिया की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक भारत में गोल्ड ईटीएफ में निवेश सितंबर में लगातार 5वें महीने बढ़ा है.

घट रही आभूषणों की चमक

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की इंडिया रिसर्च हेड कविता चाको के मुताबिक भारत में धीरे-धीरे गोल्ड जूलरी में लोगों की दिलचस्पी घट रही है. चाको बताती हैं कि भारत में गोल्ड जूलरी की खपत में लगातार कमी आ रही है. साल-दर-साल आधार पर 2023-24 में भारत में गोल्ड जूलरी की खपत में 3 फीसदी की कमी आई. पिछले वित्त वर्ष में गोल्ड जूलरी की खपत 747.5 टन रही. वहीं, जूलरी के लिए गोल्ड की मांग में 7 फीसदी की कमी आई. जुलरी के लिए पिछले साल सिर्फ 562.3 टन गोल्ड की मांग आई.

SGB बना गोल्ड से मुनाफे का पसंदीदा जरिया

2019 के बाद से केंद्र सरकार की तरफ से जारी किए जाने वाले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) निवेश का पसंदीदा जारिया बन गए हैं. हालांकि, पिछले कुछ समय से ये बॉन्ड जारी नहीं किए जाने पर निवेशकों की दिलचस्पी गोल्ड ईटीएफ में बढ़ गई है. असल में एसजीबी ने पांच साल में करीब 150% का बंपर रिटर्न दिया है. इसे देखते हुए निवेशकों की रुचि फिजिकल गोल्ड के बजाय इस तरह के इंस्ट्रूमेंट में बढ़ने लगी है.

SGB के अभाव में इस तरीके से की कमाई

जब केंद्र सरकार की तरफ एसजीबी के नए ट्रेंच जारी करना बंद कर दिया गया, तो लोगों ने गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेट फंड (ईटीएफ) में निवेश शुरू कर दिया. सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी के बावजूद इस साल अप्रैल को छोड़कर बाकी 8 महीनों के दौरान ईटीएफ में निवेश में जबरदस्त इजाफा हुआ है. एएमएफआई के मुताबिक देश में फिलहाल 17 गोल्ड ईटीएफ हैं. इनके जरिये सितंबर 2024 के दौरान 1,232.99 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है. जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 603.4 फीसदी ज्यादा है. पिछले साल सितंबर में 13 गोल्ड ईटीएफ के जरिये सिर्फ 175.29 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था.

अगस्त की तुलना में आई गिरावट

इस साल पिछले महीने यानी अगस्त की तुलना में गोल्ड ईटीएफ में 23 फीसदी की गिरावट आई है. अगस्त में गोल्ड ईटीएफ में रिकॉर्ड 1,611.38 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था. इससे पहले सबसे ज्यादा 1,483.33 करोड़ रुपये का निवेश फरवरी 2020 में हुआ था. वहीं, साल के पहले 9 महीनों के इनफ्लो को देखें, तो इस साल जनवरी से सितंबर के दौरान गोल्ड ईटीएफ में कुल 7,367.66 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, वहीं, पिछले साल यह रकम 1,656.9 करोड़ रुपये थी.