Inox Wind बनाम Suzlon Energy: कौन होगा विंड एनर्जी सेक्टर का बादशाह?
आज, आपको 2 ऐसे शेयर के बारे में बताने वाले हैं दोनो विंड एनर्जी सेक्टर में बड़ा नाम रखते हैं. बाजार की इस बिकवाली में 40 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं. आपको आज इन दोनो स्टॉक की की तुलना करके बताएंगे कि किसमें कितना पोटेंशियल है और कौन इस सेक्टर का रियल किंग है.
Inox Wind Vs Suzlon Energy: अगर भारत की एनर्जी सिस्टम देखें तो यह काफी तेजी से बदल रही है. देश अब कोयले पर निर्भरता कम कर रही है. साथ ही पर्यावरण के बनाने और टिकाऊ ऊर्जा स्रोतों को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. इस बदलाव में दो प्रमुख कंपनियां सबसे आगे हैं – Inox Wind और Suzlon Energy. दोनों कंपनियां भारत के विंड एनर्जी सेक्टर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. हालांकि, इनके काम करने के तरीके और रणनीतियाँ अलग-अलग हैं. आइए आपको बताते हैं कि इस सेक्टर का रियल बादशाह कौन है?
Inox Wind
Inox Wind एक पूरी तरह से इंटीग्रेटेड विंड एनर्जी कंपनी है, जो पवन टरबाइन के निर्माण से लेकर उसके संचालन और रखरखाव तक सभी सेवाएँ प्रदान करती है. यह भारत के गिने-चुने विंड एनर्जी उत्पादकों में से एक है जो “प्लग-एंड-प्ले” समाधान भी देती है.
- मैन्युफैक्चरिंग क्षमता: 2.5 गीगावॉट (GW)
- वर्तमान ऑर्डर बुक: 3.3 GW
- मेन प्रोडक्ट: 2MW, 3MW और 4MW क्षमता के टरबाइन
- भविष्य की योजनाएं: 2027 तक हर साल 2 GW की स्थापना का लक्ष्य
Suzlon Energy
Suzlon Energy भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की अग्रणी विंड एनर्जी कंपनियों में से एक है. इसने पवन-सौर हाइब्रिड ऊर्जा समाधान में भी कदम रखा है.
- ग्लोबल उपस्थिति: 25 देशों में 16,000+ कर्मचारी और 20.8 GW स्थापित क्षमता
- भारत में बाजार हिस्सेदारी: 32 फीसदी
- भारत में स्थापित क्षमता: 14,820 MW
- मेन प्रोडक्ट: 600 kW से 2.1 MW क्षमता के टरबाइन
- भविष्य की योजनाएं: 5 GW से अधिक का ऑर्डर बुक और 4.5 GW की उत्पादन क्षमता
भविष्य की योजनाएं
भारत अगले 8 वर्षों में लगभग 80 GW विंड एनर्जी जोड़ने की योजना बना रहा है. यह विंड एनर्जी कंपनियों के लिए एक बड़ा अवसर है.
- रिन्यूएबल एनर्जी परियोजनाएं: 2024-2028 के बीच 250 GW नई परियोजनाएँ आने वाली हैं.
- OEMs के लिए अवसर: विंड एनर्जी सेक्टर में 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक के ऑर्डर की संभावनाएँ.
Inox Wind का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस
- रेवेन्यू: 96 फीसदी (506.88 करोड़ रुपये से 993.6 करोड़ रुपये)
- नेट प्रॉफिट: 10,801 फीसदी की बढ़ोतरी (1.07 करोड़ रुपये से 116.65 करोड़ रुपये)
- Suzlon Energy का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस
- रेवेन्यू: 91 फीसदी (1,569.71 करोड़ रुपये से 3,002.36 करोड़ रुपये)
- नेट प्रॉफिट: 90.5 फीसदी की बढ़ोतरी (203.04 करोड़ रुपये से 386.92 करोड़ रुपये)
कौन बनेगा बाजार का अगुआ?
Inox Wind और Suzlon Energy दोनों ही भारत के विंड एनर्जी बाजार में अपनी जगह मजबूत कर रही हैं. Suzlon Energy का अनुभव और बाज़ार में मजबूत पकड़ इसे एक अग्रणी कंपनी बनाती है. इसके अलावा Inox Wind की आक्रामक विस्तार रणनीति और बढ़ता ऑर्डर बुक इसे एक मजबूत कंपटीटर बना रहा है.
Inox Wind के शेयरों का प्रदर्शन
28 फरवरी को बाजार बंद होने के बाद इसके शेयरों का भाव 150.19 रुपये था. बाजार में अभी चल रहे बड़ी गिरावट में शेयर अपने 52-वीक हाई से 42 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है. पिछले एक हफ्ते में इसमें 13 फीसदी और पिछले एक महीने में इसमें लगभग 11 फीसदी की गिरावट देखी गई है. हालांकि 5 साल में इसने 1,687 फीसदी का रिटर्न दिया है.
Suzlon Energy के शेयरों का प्रदर्शन
28 फरवरी को बाजार बंद होने के बाद इसके शेयरों का भाव 49.71 रुपये था. पिछले एक महीने में शेयर 9.9 फीसदी और बीते एक महीने में 14.5 फीसदी टूट चुका है. हालांकि शेयर बीते 5 साल में 1,700 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. बाजार में चल रही इस समय गिरावट में शेयर अपने 52-वीक हाई से 42 फीसदी फिसल चुका है.
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