आज क्या फिर शेयर मार्केट भरेगा उड़ान? अमेरिकी बाजार का कुछ ऐसा है हाल, ये फैक्टर्स डाल सकते हैं असर
Indian Stock Market Tomorrow: रिलायंस इंडस्ट्रीज में मजबूत बढ़त के कारण 6 मार्च को सेंसेक्स और निफ्टी 50 लगातार दूसरे सत्र में बढ़त के साथ बंद हुए. इंडेक्स हैवीवेट ने तेजी का नेतृत्व किया, जिससे एशियन पेंट्स और बीपीसीएल जैसे अन्य क्रूड-सेंसिटिव स्टॉक में तेजी आई. अब बाजार की चाल कैसी रहेगी, इसके लिए कुछ फैक्टर्स को समझना जरूरी है.
Indian Stock Market Tomorrow: गुरुवार को भारतीय बाजार में तेजी रही. घरेलू निवेशकों के ओवरसोल्ड स्टॉक में खरीदारी और भारतीय रिजर्व बैंक के बैंकिंग सिस्टम में 21 अरब डॉलर की लिक्विडिटी डालने के ऐलान से फाइनेंशियल शेयरों में बढ़त देखने को मिली. साथ ही क्रूड ऑयल की कीमतों में आई नरमी के चलते एनर्जी के शेयरों बढ़त दर्ज की गई. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मेक्सिको और कनाडा से ऑटो आयात पर अस्थायी टैरिफ राहत के बाद भी बाजार के सेंटीमेंट में सुधार हुआ. अब शुक्रवार को शेयर बाजार की चाल कैसी रहेगी, ये कुछ फैक्टर्स पर निर्भर करेगा.
अमेरिकी डेटा पर नजर
सभी की निगाहें शुक्रवार को आने वाली अमेरिकी नॉन-एग्री पेरोल रिपोर्ट पर टिकी हैं. रॉयटर्स के सर्वे में अर्थशास्त्रियों ने फरवरी में 1,60,000 नौकरियों की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है. पिछले साल तीन बार ब्याज दरों में कटौती करने के बाद फेड ने इस साल अब तक दरों को स्थिर रखा है, लेकिन बाजार के पूर्वानुमान जून में कटौती की फिर से शुरुआत होने का संकेत देते हैं. निवेशक लेबर मार्केट की मजबूती के बारे में और अधिक जानकारी के लिए शुक्रवार की प्रमुख नौकरियों की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.
अमेरिकी मार्केट और ट्रंप टैरिफ
गुरुवार को न्यूयॉर्क में बाजार खुलने के साथ ही अमेरिकी इक्विटी में गिरावट आई, क्योंकि ट्रंप की टैरिफ योजना निवेशकों को डरा रही है. वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, USMCA के नाम से प्रसिद्ध उत्तरी अमेरिकी व्यापार समझौते के तहत आने वाली सभी वस्तुओं और सर्विसेज पर कनाडा और मैक्सिको पर लगाए गए 25 फीसदी टैरिफ को स्थगित कर सकते हैं, जो अमेरिका के दो सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों के लिए संभावित रूप से बड़ी राहत होगी. साथ ही मार्केट के सेंटीमेंट में और सुधार होगा.
क्रूड ऑयल
डिमांड में नरमी और चीन से आगे की आर्थिक प्रोत्साहन से प्रभावित कच्चे तेल की कीमतों में करेक्शन ने एनर्जी और मेटल सेक्टर में उम्मीद जगाई है. अगर तेल की कीमतें लगातार नरम बनी रहती हैं, तो एनर्जी से लेकर पेंट्स तक शेयरों में पॉजिटिव रुख नजर आ सकता है.