इलेक्ट्रिक बस बनाने वाले इस कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, जानें क्या है रिकॉर्ड डेट
JBM Auto Limited ने अपने शेयरों के स्प्लिट का ऐलान किया है, जिससे 2 रुपये के फेस वैल्यू वाले शेयर की नई फेस वैल्यू 1 रुपये हो जाएगी. कंपनी के शेयरों का प्रदर्शन पिछले एक साल में गिरावट भरा रहा है, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेशकों को अच्छा मुनाफा मिला है. JBM Group 37 से अधिक देशों में उपस्थिति के साथ ऑटो सिस्टम, EV, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में स्पेशलाइजेशन रखती है.
इलेक्ट्रिक ऑटो सेक्टर में काम करने वाली कंपनी JBM Auto Limited ने अपने शेयरों के स्प्लिट का ऐलान किया है. इस स्प्लिट के तहत कंपनी के शेयरों को दो हिस्सों में बांटा जाएगा, जिससे 2 रुपये के फेस वैल्यू वाले एक शेयर की फेस वैल्यू घटकर 1 रुपये प्रति शेयर हो जाएगी. इस स्टॉक स्प्लिट के लिए 31 जनवरी 2025 को रिकॉर्ड डेट तय की गई है, जिसके बाद कंपनी के शेयर एक्स-स्प्लिट ट्रेड होंगे.
कैसा है शेयरों का प्रदर्शन
JBM Auto Limited के निवेशकों के लिए पिछले एक साल काफी निराशाजनक रहा है. पिछले 6 महीने में कंपनी के शेयरों में 34% से अधिक गिरावट देखी गई है, जबकि एक साल में निवेशकों को लगभग 24% का नुकसान उठाना पड़ा है. हालांकि, दो साल पहले कंपनी के शेयरों को होल्ड करने वाले निवेशकों को 176% का मुनाफा हुआ है. वहीं, पिछले 5 वर्षों में कंपनी के शेयरों की कीमतों में 1200% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है.
37 देशों में उपस्थिति
JBM Group एक $3.0 बिलियन का ग्लोबल कंपनी है, जिसकी उपस्थिति 37 से अधिक देशों में है. यह दुनिया के प्रमुख ऑटो सिस्टम, इलेक्ट्रिक वाहनों और बसों के निर्माताओं में से एक है. लगभग चार दशकों से कंपनी तकनीकी सुधार, नई तकनीक को बढ़ावा देने और अपने ग्राहकों को बेहतर समाधान प्रदान करने में अग्रसर रही है.
इन सेक्टर में है स्पेशलाइजेशन
JBM Group विभिन्न क्षेत्रों में अपनी स्पेशलाइजेशन के लिए जाना जाता है. कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन (EV) के अलावा ऑटो कंपोनेंट्स और सिस्टम, इलेक्ट्रिक वाहनों और बसों का निर्माण, EV एग्रीगेट्स, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण प्रबंधन समाधान और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे सेक्टर में भी काम करती है.
क्या होता है स्टॉक स्प्लिट
स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) एक कॉर्पोरेट प्रक्रिया है जिसमें एक कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को कई छोटे हिस्सों में विभाजित करती है. इस प्रक्रिया में कंपनी के कुल शेयरों की संख्या बढ़ जाती है, जबकि प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू कम हो जाती है. स्टॉक स्प्लिट का मुख्य उद्देश्य शेयर की कीमत को अधिक सरल बनाना और बाजार में उसकी तरलता (liquidity) बढ़ाना होता है.
उदाहरण,अगर किसी कंपनी के एक शेयर की कीमत 200 रुपये है और वह 1:2 के अनुपात में स्टॉक स्प्लिट करती है, तो अब एक शेयर की जगह दो शेयर होंगे, और प्रत्येक शेयर की कीमत 100 रुपये हो जाएगी. हालांकि, शेयरधारक के कुल निवेश की कीमत समान रहती है.