Jio Financial के शेयरों में 2 दिन से रिकवरी, एक महीने में 20% तक टूटा, Hold, Buy या करें Sell?
जियो फाइनेंशियल के शेयरों का प्रदर्शन एक महीने में खराब रहा है, इसमें 20 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है. हालांकि दो दिनों से इसमें रिकवरी देखने को मिल रही है, ऐसे में शेयर को होल्ड करना चाहिए या रखना चाहिए, इस पर एक्सपर्ट ने अपनी राय दी है.
Jio Financial Services share price: मुकेश अंबानी की कंपनी जियो फाइनेंशियल के शेयरों का प्रदर्शन पिछले एक महीने से खराब चल रहा है. बीते एक महीने में शेयर की कीमत में 20 प्रतिशत की गिरावट आई है. यह वर्तमान में 500 रुपये से नीचे कारोबार कर रहा है. वहीं पिछले छह महीनों के आंकड़ों पर गौर करें तो इसमें 24 प्रतिशत की गिरावट आई है. हालांकि गिरावट के इस सिलसिले के बीच दो दिनों से जियो फाइनेंशियल के शेयरों में थोड़ी रिकवरी देखने को मिल रही है. 4 फरवरी को स्टॉक में बीएसई पर 5.44 प्रतिशत की तेजी आई, जिससे यह शेयर 246.90 रुपये प्रति शेयर के इंट्राडे हाई पर पहुंच गया. पिछले मार्केट क्लोजिंग के अनुसार, कंपनी का मार्केट कैप 1,55,683.74 करोड़ रुपये हो गया.
शेयरों में उछाल जारी
जियो फाइनेंशियल के शेयरों में दो दिनों से सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है. 4 फरवरी को शेयरों में आई तेजी का सिलसिला 5 फरवरी यानी बुधवार को भी जारी रहा. जियो फाइनेंशियल के शेयर बढ़त के साथ खुले. सुबह 9:54बजे तक शेयर 3.43% की तेजी के साथ 253.50 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं.
एक्सपर्ट ने कितने दिए टारगेट?
रिसर्च फर्म KRChoksey ने जियो फाइनेशिंयल के शेयर को लेकर टारगेट दिया है. उनका कहना है कि कंपनी की लॉन्ग टर्म विकास क्षमता मजबूत बनी हुई है. मौजूदा निवेश और ऑपरेशनल रैंप-अप की कोशिशाें को देखते हुए शेयरों को “होल्ड” रेटिंग दी गई है. फर्म ने एक साल के लिए इसका टारगेट प्राइस 286 रुपये दिया है, जबकि इसका करेंट प्राइस 253.30 रुपये है. ऐसे में इसमें 3.7% की ग्रोथ देखने को मिल सकती है.
कैसे रहे तीसरी तिमाही के नतीजे?
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज Q3 के नतीजे में कंपनी ने 2,050 मिलियन रुपये की शुद्ध ब्याज आय (NII) की सूचना दी, जो साल-दर-साल आधार पर 21.9% की गिरावट की ओर इशारा करती है, हालांकि तिमाही-दर-तिमाही आधार पर इसमें 2.5% की वृद्धि दर्ज की गई है. वहीं प्री-प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PPOP) 3,305 मिलियन रुपये था, जो गैर-ब्याज आय में वृद्धि के कारण साल-दर-साल 4.7% अधिक था. हालांकि, इसमें 40.1% QoQ की गिरावट आई. वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में टैक्स आफ्टर प्रॉफिट यानी PAT 2,948 मिलियन रुपये रहा.
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