Swiggy के शेयरों में आएगा बंपर उछाल, ब्रोकरेज फर्म ने दी बाय रेटिंग, जान लीजिए टार्गेट प्राइस
कई ब्रोकरेज हाउस ने स्विगी के स्टॉक की कवरेज की शुरुआत कर दी है और उन्होंने इस शेयर पर टार्गेट प्राइस दिए हैं. जेएम फाइनेंशियल ने कहा कि स्विगी के शेयर 21 फीसदी तक उछल सकते हैं.
Swiggy Share Target Price: लिस्टिंग के बाद स्विगी के शेयरों में दूसरे दिन भी तेजी देखने को मिली. गुरुवार को स्विगी के शेयर बीएसई पर 7.3 फीसदी की बढ़त के साथ 489.25 रुपये के नए हाई लेवल पर पहुंच गए, जिसके चलते कंपनी का मार्केट कैप एक लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया. हालांकि, शुरुआती तेजी को स्विगी के शेयर कारोबार के दौरान बरकरार नहीं रख सके और लाल निशान में आ गए. कई ब्रोकरेज हाउस ने स्विगी के स्टॉक की कवरेज की शुरुआत कर दी है और उन्होंने इस शेयर पर टार्गेट प्राइस दिए हैं. जेएम फाइनेंशियल ने कहा कि स्विगी के शेयर 21 फीसदी तक उछल सकते हैं.
कैसी रही थी लिस्टिंग?
बीएसई पर स्विगी के शेयर 412 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुए थे, जो 390 रुपये प्रति शेयर के इश्यू प्राइस से 5.64 फीसदी अधिक है. एनएसई पर इसके शेयर 7.7 फीसदी के प्रीमियम के साथ 420 रुपये पर लिस्ट हुए थे. जेएम फाइनेंशियल ने कहा कि हम स्विगी के वैल्यूएशन के लिए मल्टीपल बेस SOTP बेस्ड मेथड का इस्तेमाल करते हैं. इसमें प्रत्येक रिपोर्ट किए गए सेगमेंट का वैल्यूएशन EBITDA, GOV या सेल मल्टीपल के आधार पर किया जाता है.
यह भी पढ़ें: NTPC Green IPO के प्राइस बैंड का ऐलान, जानें लॉट साइज, इश्यू डेट और डिस्काउंट
स्विगी टार्गेट प्राइस
जेएम फाइनेंशियल ने स्विगी पर बाय रेटिंग दी है और मार्च 26 तक के लिए 470 रुपये का टार्गेट प्राइस सेट किया है, जो 21 फीसदी की बढ़ोतरी के संकेत दे रहा है. जेएम फाइनेंशियल ने कहा कि ओवरऑल आधार पर स्विगी अच्छी बढ़त ऑफर कर रहा है, लेकिन उनसे जोमैटो और स्विगी में से किसी एक को चुनने के लिए कहा जाए, तो बेहतर क्रियान्वयन और मार्केट सेक्टर में नेतृत्व के कारण ज़ोमैटो को प्राथमिकता देंगे. ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि हालांकि, हम सुझाव देते हैं कि निवेशक दोनों में निवेश करें.
स्विगी का आईपीओ
तीन दिनों की बोली के बाद स्विगी के आईपीओ को 3.59 गुना सब्सक्राइब किया गया था. इस आईपीओ के तहत 4,499.00 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए थे. इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 17,50,87,863 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई थी.
स्विगी का कारोबार
2014 में बनी स्विगी फिलहाल देशभर में 2,00,000 से अधिक रेस्टोरेंट के साथ पार्टनर है और क्विक कॉमर्स सेक्टर में ज़ोमैटो के स्वामित्व वाली ब्लिंकिट, ज़ेप्टो और टाटा के बिगबास्केट के साथ मुकाबला कर रही है. स्विगी का मुख्य कारोबार फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म इंस्टामार्ट के जरिए ग्रॉसरी डिलीवरी है.
डिसक्लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्य लें.