JSW Infra के प्रमोटर्स बेच रहें हिस्‍सेदारी, स्‍टॉक्‍स में दो दिन से हलचल, जानें निवेशक अब क्‍या करें

JSW इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के शेयरों में दो दिनों से गिरावट देखने को मिल रही है. इसकी वजह कंपनी के प्रमोटरों के हिस्‍सेदारी बेचने की योजना है. प्रमोटरों के हिस्‍सेदारी कम करने की खबर से निवेशकों को झटका लगा है.

JSW Infra Stocks Image Credit: Freepik

JSW Infrastructure Share Price: भारत का दूसरा सबसे बड़ा निजी वाणिज्यिक बंदरगाह ऑपरेटर JSW इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के शेयरों में आजकल गिरावट देखने को मिल रही है. आज जहां इसके शेयर 0.21% गिरावट के साथ 256.60 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं, वहीं 3 फरवरी यानी सोमवार के कारोबारी सत्र में कंपनी के शेयरों में करीब 3.2 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. यह गिरावट कंपनी के प्रमोटरों के उस फैसले के बाद आई है जिसमें उन्होंने अपनी 14 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई. इससे निवेशकों को झटका लगा है.

सूत्रों के अनुसार, सज्जन जिंदल परिवार अपनी प्रमोटर हिस्सेदारी को 14 प्रतिशत कम करने की योजना बना रहा है, जिससे उनकी होल्डिंग 85.61 प्रतिशत से कम होकर 75 प्रतिशत से नीचे आ जाएगी. यह कदम कंपनी को लिस्टिंग के तीन साल के भीतर होल्डिंग कम करने के नियमों का पालन करने में मदद करेगा. प्रमोटरों के इस फैसले के पीछे अगले पांच वर्षों में 39,000 करोड़ रुपये के कैपेक्‍स के लिए फंड जुटाना है.

कल कितनी आई थी गिरावट?

प्रमोटरों के कंपनी की हिस्‍सेदारी बेचने के ऐलान से निवेशक चिंता में पड़ गए, जिसकी वजह से कल यानी सोमवार की सुबह 12:45 बजे, JSW इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर BSE पर 258.8 रुपये पर कारोबार कर रहे थे, जो पिछले बंद भाव 266.95 रुपये से करीब 3 प्रतिशत कम था. कंपनी का मार्केट कैप 54,033 करोड़ रुपये है.

क्‍या है एक्‍सपर्ट्स की राय?

ट्रेडलाइन वेबसाइट पर एक्‍सपर्टों के हवाले से बताया गया कि अगर जेएसडब्‍ल्‍यू इंफ्रा अपनी योजनाओं काे पूरा करने में सफल होती है और ग्रोथ की रफ्तार को बरकरार रखती है तो ये आगे बेहतर प्रदर्शन कर सकती है. एक्‍सपर्ट्स ने इसके शेयर का टारगेट प्राइस 353 रखा है.

कंपनी के विस्‍तार की है योजना?

JSW इंफ्रास्ट्रक्चर, जो सितंबर 2023 में पब्लिक हुई थी, ये 39,000 करोड़ रुपये के कैपेक्स का उपयोग कंपनी के विस्‍तार में किया जाएगा. कंपनी 70:30 के कर्ज-इक्विटी रेशियों को टारगेट कर रही है. ट्रेडब्रेन्‍स के मुताबिक कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट और CFO ललित सिंघवी का कहना है कि मौजूदा नकदी का उपयोग कंपनी के विस्तार में किया जाएगा, जो कुल ऋण का 25-30% कवर करेगा.

कंपनी ने बंदरगाहों के विस्तार और नए प्रोजेक्ट्स के लिए 30,000 करोड़ रुपये और लॉजिस्टिक्स विकास के लिए 9,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. इसमें कुछ प्रमुख प्रोजेक्ट्स भी शामिल हैं, जिनमें 3,000 करोड़ रुपये का जटाधार बंदरगाह है, जो FY28 तक पूरा होने की उम्मीद है, और 4,119 करोड़ रुपये का केनी बंदरगाह, FY29 तक पूरा हो जाएगा. इसके अलावा एक 4,000 करोड़ रुपये की स्लरी पाइपलाइन अप्रैल 2027 तक और नवकर कॉर्प का लॉजिस्टिक्स नेटवर्क FY30 तक विस्तारित होने की उम्मीद है. इसके अलावा, कंपनी 2030 या उससे पहले अपनी कार्गो हैंडलिंग क्षमता को 174 MTPA से बढ़ाकर 400 MTPA करने की योजना बना रही है.

कैसी है वित्‍तीय स्थिति?

Q3 FY25 में कंपनी के ऑपरेशनल रेवेन्‍यू में 25.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो Q3 FY24 के 940 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,181.8 करोड़ रुपये हो गया. इसी अवधि में, कंपनी का नेट प्रॉफिट 32.3 प्रतिशत बढ़कर 253.6 करोड़ रुपये से 335.6 करोड़ रुपये हो गया.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.