कुंभ आते ही क्यों टूट जाता है बाजार? रिपोर्ट ने दिखाया आंकड़ों का संयोग

क्या आप जानते हैं कि जब भी कुंभ मेला आयोजित होता है, सेंसेक्स में गिरावट दर्ज होती है? इस दिलचस्प कनेक्शन को जानकर आपके निवेश की रणनीति बदल सकती है. ऐसे में आर्टिकल में पढ़ें की इस संयोग के बारे में मार्केट एक्सपर्ट्स का क्या कहना है.

कुंभ और सेंसेक्स का अजीब कनेक्शन Image Credit: Money9 live

भारत में कुंभ मेला केवल आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह बाजार के लिए भी एक दिलचस्प परिघटना बन गया है. ब्रोकरेज फर्म Samco Securities के जारी आंकड़ों के मुताबिक, जब-जब कुंभ का आयोजन हुआ है सेंसेक्स ने उन दिनों लाल निशान पर अपनी यात्रा समाप्त की है. यह बात निवेशकों के लिए सोचने का विषय बन गई है कि क्या कुंभ और बाजार के प्रदर्शन के बीच कोई संबंध है.

साल 2004 से 2025 तक के कुंभ मेलों के दौरान सेंसेक्स के आंकड़ों का विश्लेषण बताता है कि इन अवधि में बाजार में लगातार गिरावट दर्ज की गई. Samco Securities में मार्केट पर्सपेक्टिव्‍स एंड रिसर्च के हेड अपूर्वा सेठ ने बताया कि ऐतिहासिक रूप से कुंभ के दौरान सेंसेक्‍स का प्रदर्शन कैसा रहा.

कुंभ और बाजार का कनेक्शन

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क्या है इसकी वजह?

कुंभ का आयोजन उस वक्त होता है जब बृहस्पति ग्रह कुछ विशिष्ट राशियों में प्रवेश करता है और सूर्य व चंद्रमा के साथ एक विशिष्ट ज्योतिषीय संयोग बनाता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान बृहस्पति ग्रह का गुरुत्वाकर्षण प्रभाव न केवल पृथ्वी की ज्वार-भाटा पर प्रभाव डालता है, बल्कि मानव व्यवहार और सामाजिक घटनाओं पर भी इसका प्रभाव पड़ता है. इसी कतार में बाजार भी प्रभावित होने की संभावना है.

अपूर्वा सेठ ने आंकड़ों के हवाले से बताया पिछले 20 वर्षों के आधार पर, कुंभ मेले के दौरान सेंसेक्स का प्रदर्शन नकारात्मक रहा है. सेंसेक्स ने कुंभ के दौरान औसतन 3.42 फीसदी की गिरावट दर्ज की है हालांकि कुंभ के छह महीने बाद बाजार ने 8 फीसदी का औसत लाभ दिया है. यह दर्शाता है कि कुंभ के दौरान गिरावट के बावजूद लंबी अवधि के निवेशकों के लिए बाजार फायदेमंद साबित हो सकता है.

रिपोर्ट में सेठ ने बताया कि जब बाजार तेजी से ऊपर जाता है तो निवेशक अक्सर गलत फैसले ले लेते हैं जो उन्हें फंसा देता है. कुंभ मेले के दौरान आई गिरावट निवेशकों को एक ‘रीसेट’ का मौका देती है, जैसे गंगा में डुबकी लगाकर पुराने कर्मों का शुद्धिकरण किया जाता है. यह गिरावट निवेशकों को भविष्य के लिए सोच-समझकर फैसले लेने का संकेत देती है.

डिसक्‍लेमर– मनी9लाइव किसी भी शेयर या म्‍यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ शेयरों के बारे में जानकारी दी गई है. निवेश से पहले जरूरी है कि आप किसी वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें.