Margin Trading Explained: 2 लाख रुपये के बजट में खरीदें 10 लाख तक के शेयर! क्या हैं नफा-नुकसान?
Share Market Trading के दौरान कई बार आपको यह महसूस हुआ होगा कि काश थोड़े पैसे और होते, तो सिचुएशन का सही तरीके से फायदा उठाया जा सकता था. ऐसी सिचुएशन के लिए leverage Margin काम आता है. जानते हैं, Margin Trading क्या है और इसके Pros and Cons क्या हैं?

Share Market में निवेशकों के लिए Leverage Margin या Margin Trading एक ऐसा तरीका है, जिससे वे अपने खाते में मौजूद रकम की तुलना में कई गुना बड़ी रकम का सौदा कर सकते हैं. यह एक बेहद ताकतवर टूल है. इसका समझदारी से इस्तेमाल जरूरी है. इससे जितना बड़ा फायदा हो सकता है, उतना ही बड़ा नुकसान भी हो सकता है. ऐसे में इसका इस्तेमाल करने से पहले इसके फायदो और जोखिमों को समझना बेहद जरूरी है.
क्या है मार्जिन ट्रेडिंग?
मार्जिन ट्रेडिंग वह प्रक्रिया है जिसमें निवेशक अपने ब्रोकर से एक तरह का कर्ज लेकर अपनी क्रय शक्ति बढ़ाते हैं. मिसाल के तौर पर एक निवेशक के खाते में 2,00,000 हैं और आप 10,00,000 रुपये के शेयर खरीदना चाहते हैं, तो मार्जिन ट्रेडिंग के जरिये आपको 8,00,000 रुपये आपके ब्रोकर से उधार मिलते हैं. इस तरह आपको खाते में 2 लाख रुपये पर 8 लाख रुपये का लेवरेज मार्जिन मिल गया. इससे आपके निवेश या ट्रेड की क्षमता कई गुना बढ़ जाती है.
क्या हैं मार्जिन ट्रेडिंग के फायद?
मार्जिन ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा तो यही है कि आप अपने खाते में मौजूद कम रकम के बाद भी बड़े सौदे कर पाते हैं. यह सुविधा उन निवेशकों के लिए खासतौर पर काम करती है, तो कम पूंजी लगाकर बाजार के मूमेंटम का फायदा लेने की योजना रखते हैं. लेवरेज मार्जिन से निवेशकों की खरीद शक्ति को बढ़ाता है, जिससे उन्हें पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन में भी मदद मिलती है.
मार्जिन ट्रेडिंग के जोखिम क्या हैं?
मार्जिन ट्रेडिंग में जहां निवेशक को अपने खाते में मौजूद रकम की तुलना में ज्यादा निवेश की क्षमता मिलती है, तो इसके साथ ही बड़े नुकसान का जोखिम भी बढ़ जाता है. मिसाल के तौर पर अगर निवेशक ने जिस शेयर में लेवरेज लेकर ट्रेड किया, उस शेयर का मूमेंटम निवेशक के दांव के विपरीत चलने लगा, तो निवेशक को लेवरेज सहित नुकसान उठाना पड़ेगा.
किसे करना चाहिए और किसे नहीं?
मार्जिन ट्रेडिंग उन अनुभवी निवेशकों के लिए उपयुक्त है, जो बाजार की गहरी समझ रखते हैं. इसके अलावा जिनके पास जोखिम उठाने की पर्याप्त क्षमता पहले से है. नए या कम अनुभवी निवेशकों को इस सुविधा का उपयोग करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह उनके लिए अत्यधिक जोखिमभरा हो सकता है. मार्जिन ट्रेडिंग निवेशकों को ज्यादा मुनाफे का अवसर प्रदान देती है, लेकिन इसके साथ जुड़े जोखिमों को समझना और सावधानी के साथ इसका इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है. निवेशकों को अपनी वित्तीय स्थिति, जोखिम उठाने की क्षमता और बाजार की समझ के आधार पर ही इस सुविधा का उपयोग करना चाहिए.
यहां समझें मार्जिन ट्रेडिंग का पूरा गणित
अगर आप मार्जिन ट्रेडिंग के बारे में और ज्यादा जानना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल पर इस वीडियो को देख सकते हैं. इसमें मार्जिन ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से बताया गया है.
डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ मार्जिन ट्रेडिंग के बारे में जानकारी दी गई है. यह ट्रेडिंग की सलाह नहीं है. निवेश या ट्रेड के लिए अपने वित्तीय सलाहकार की राय लें.
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