इस कूरियर कंपनी पर ब्रोकरेज फर्म ने Buy से Neutral कर दी रेटिंग, इस वजह से नहीं है बुलिश, जानें नया टारगेट प्राइस

TCI Express को लेकर ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने रिपोर्ट जारी की है. साथ ही फर्म ने टारगेट प्राइस भी सेट किया है. आइए कंपनी के सेहत से लेकर आज के कारोबारी दिन के परफॉर्मेंस पर नजर डालते हैं.

क्या रेट किया ब्रोकरेज फर्म ने? Image Credit: @tciexpress/Canva

Motilal Oswal ने अपने TCI Express के रेटिंग को घटा दिया है. ब्रोकरेज फर्म ने वित्त वर्ष 2024-25 के अक्टूबर तिमाही में इसकी रेटिंग बाय दी थी लेकिन अपने हालिया रिपोर्ट में फर्म ने इसे डाउनग्रेड करते हुए न्यूट्रल कर दिया है. कंपनी ने इसके पीछे का कारण बताते हुए नया टारगेट प्राइस जारी किया है.

क्या है टारगेट प्राइस?

मोतीलाल ओसवाल ने TCI Express को लेकर न्यूट्रल रेटिंग दी है. फर्म ने कंपनी के शेयर पर 940 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है जो उनके मौजूदा भाव से 13 फीसदी अधिक है. कंपनी के शेयरों का करंट मार्केट प्राइस 829.90 रुपये प्रति शेयर है.

कैसा रहा कारोबारी दिन?

गुरुवार के कारोबारी सत्र के बाद कंपनी के शेयर 829.90 रुपये पर बंद हुए. एक दिन में कंपनी ने अपने निवेशकों को 0.07 फीसदी रुपये प्रति शेयर का मुनाफा दिया है. इसी के साथ कंपनी के शेयरों में 839 रुपये का हाई लगा था वहीं 826 रुपये प्रति शेयर का लो लगा.

1 महीने भर में कंपनी ने अपने निवेशकों को 2.46 फीसदी प्रति शेयर का मुनाफा दिया है जो 19.95 रुपये होते हैं. वहीं ग्राफ को बढ़ाकर 1 साल कर दें तो कंपनी के निवेशकों को इस दौरान 40.45 फीसदी का नुकसान हुआ. यानी एक साल के दौरान निवेशकों को प्रति शेयर 564.20 रुपये का नुकसान हुआ है.

ब्रोकरेज फर्म ने क्यों दी न्यूट्रल रेटिंग?

मोतीलाल ओसवाल ने टीसीआई एक्सप्रेस को लेकर कहा कि वॉल्यूम और प्रॉफिटेबिलिटी को लेकर सवाल उठाया है. फर्म का कहना है कि एक्सप्रेस लॉजिस्टिक बिजनेस में पिछले कुछ समय में थोड़ी बढ़ोतरी दिखाई दी थी लेकिन मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए कीमतों में वृद्धि की उम्मीद नहीं है. ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि MSME ग्राहकों से कमजोर मांग और बढ़ती लागत ने ऑपरेशन एफिशिएंसी पर असर डाला है.

डिस्क्लेमर– Money9Live पर दी गई सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार हैं. निवेश से पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार की राय अवश्य लें. वेबसाइट किसी भी नफा-नुकसान का जिम्मेदार नहीं होगा.