मुकेश अंबानी की इस कंपनी के शेयर गिरकर 16 रुपये पर आए, 6 महीने में 36 फीसदी टूटा है स्टॉक
Alok Industries Share: मुकेश अंबानी समर्थित कंपनी ने वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में 273 करोड़ रुपये का नेट लॉस दर्ज किया है. कंपनी लगातार घाटे में ही है. बीते दिन इसके शेयर गिरकर 52 वीक के लो पर चले गए.
Alok Industries Share: मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर लगातार टूट रहे हैं. इस बीच उनकी स्वामित्व वाली एक और कंपनी के शेयरों का बुरा हाल है. कंपनी टेक्सटाइल्स के बिजनेस में है और इसका नाम आलोक इंडस्ट्रीज है. बीते दिन के कारोबार के दौरान आलोक इंडस्ट्रीज के शेयर 52 वीक के लो पर लुढ़क गए. शेयर 5 फीसदी की गिरावट के साथ 15.81 रुपये के इंट्राडे लो पर आ गए थे और दिन का कारोबार 3.12 फीसदी की गिरावट के साथ 16.14 रुपये पर क्लोज किया.
लगातार गिर रहा शेयर
पिछले छह महीने में आलोक इंडस्ट्रीज के शेयर 36 फीसदी से अधिक टूटे हैं. महीने भर में इसमें 19 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है और पिछले पांच दिन में यह स्टॉक 5 फीसदी के करीब गिरा है. इसका 52 वीक का हाई 32 रुपये है.
खराब वित्तीय प्रदर्शन
मुश्किल आर्थिक माहौल और टेक्सटाइल्स के कारोबार में कंपटीशन के चलते कंपनी दबाव में नजर आ रही है. इसके शेयरों ने अपने सेक्टर में खराब प्रदर्शन किया है. मुकेश अंबानी समर्थित कंपनी ने वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में 273 करोड़ रुपये का नेट लॉस दर्ज किया है.
कंपनी ने एक साल पहले इसी तिमाही में 230 करोड़ का घाटा दर्ज किया था. जबकि ऑपरेशनल रेवेन्यू साल दर साल (YoY) 31 फीसदी घटकर 864 करोड़ रुपये रह गया, जबकि Q3 FY24 में यह 1,253 करोड़ रुपये था.
रिलायंस और आलोक इंडस्ट्रीज
रिलायंस इंडस्ट्रीज, आलोक इंडस्ट्रीज में एक प्रमुख शेयरहोल्डर है और कंपनी के ऑपरेशनल कामकाज संभालती है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास आलोक इंडस्ट्रीज का 40.01 फीसदी हिस्सा है. जेएम फाइनेंशियल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी के पास आलोक इंडस्ट्रीज का 34.99 फीसदी हिस्सा है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास आलोक इंडस्ट्रीज में 9 फीसदी वैकल्पिक रूप से कन्वर्टेबल प्रेफरेंस शेयर और नॉन-कन्वर्टेबल प्रेफरेंस शेयर भी हैं.
काम संभालती है रिलायंस
2022 में रिलायंस इंडस्ट्रीज और जेएम फाइनेंशियल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ने आलोक इंडस्ट्रीज के लिए 5,000 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. कंसोर्टियम की बोली ऋणदाताओं द्वारा तय किए गए 4,200 करोड़ रुपये के लिक्विडेशन से थोड़ी अधिक थी. आलोक इंडस्ट्रीज के अधिकांश ऋणदाताओं ने रिलायंस द्वारा दी गई समाधान योजना के पक्ष में मतदान किया था.
रिलायंस इंडस्ट्रीज, आलोक इंडस्ट्रीज के बोर्ड में नियुक्त अपने 3 नामित डायरेक्टर्स के जरिए आलोक इंडस्ट्रीज के ऑपेरेशनल मैनेजमेंट और सुपरविजन का काम करती है. आलोक इंडस्ट्रीज होम टेक्सटाइल, गारमेंट्स और पॉलिएस्टर यार्न बनाती है.