ब्रोकरेज रिपोर्ट के बाद रॉकेट बना ये मल्टीबैगर स्टॉक, अभी 46 फीसदी और चढ़ेगा!

नुवामा ने स्किपर लिमिटेड के शेयरों के लिए 650 रुपये का टार्गेट का प्राइस तय किया है. यह इस मल्टीबैगर स्टॉक के लिए 444 रुपये के पिछले बंद भाव से 46.39 फीसदी अधिक है.

स्किपर लिमिटेड के शेयरों में जोरदार उछाल. Image Credit: Getty image

नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के ‘बॉय’ कॉल के साथ स्टॉक पर कवरेज शुरू करने के बाद स्किपर लिमिटेड के शेयरों में जोरदार उछाल आया है. नुवामा ने स्किपर लिमिटेड के शेयरों के लिए 650 रुपये का टार्गेट का प्राइस तय किया है. यह इस मल्टीबैगर स्टॉक के लिए 444 रुपये के पिछले बंद भाव से 46.39 फीसदी अधिक है. आज बीएसई पर शुरुआती कारोबार में स्किपर का शेयर 7 फीसदी से अधिक चढ़ गए.

2024 में इस शेयर में 98.41 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और एक साल में यह 110 फीसदी चढ़ा है. दो साल में स्किपर लिमिटेड के स्टॉक में 532 फीसदी की तेजी आई है और तीन साल में स्टॉक 450 फीसदी की उछला है.

आज सुबह 10:45 बजे स्किपर लिमिटेड के शेयर 9.72 फीसदी की तेजी के साथ 486 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं.

एक साल में 212 से 400 पार

स्किपर लिमिटेड का रिलेटिव स्ट्रेंथ इडेक्स (RSI) 49.5 पर है, जो यह संकेत देता है कि यह न तो ओवरबॉट में है और न ही ओवरसोल्ड जोन में है. स्टॉक का बीटा 1.6 है, जो एक साल में बहुत अधिक अस्थिरता दर्शाता है. स्किपर के शेयर 20 दिन, 30 दिन, 50 दिन, 100 दिन, 200 दिन के एवरेज से हाई पर कारोबार कर रहे हैं, लेकिन 5 दिन और 10 दिन की औसत से कम हैं. पिछले एक साल में स्किपर लिमिटेड 212.2 रुपये से बढ़कर 473.1 रुपये के लेवल पर पहुंचा है.

क्या करती है स्किपर लिमिटेड

स्किपर लिमिटेड, पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन तथा पॉलीमर सेगमेंट में अग्रणी कंपनियों में से एक है. स्किपर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर और टेलीकॉम ऑपरेटरों के लिए हाई क्वालिटी सॉल्यूशन पेश करती है. कंपनी की इंटरनेशनल प्रजेंस लैटिन अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका जैसे महाद्वीपों में फैली हुई है. ये 40 से अधिक देशों में कारोबार करती है. इसमें पावर ट्रांसमिशन और टेलीकॉम टावर और पोल, ईपीसी, मोनोपोल और रेलवे विद्युतीकरण संरचना जैसे सब सेगमेंट शामिल हैं.

स्किपर का लक्ष्य

नुवामा के अनुसार, स्किपर लिमिटेड कई अनुकूल परिस्थितियों का लाभ उठाने के लिए तैयार है. स्किपर का लक्ष्य अगले 4-5 वर्षों में अपनी क्षमता को मौजूदा 3 लाख टन से दोगुना करके 6 लाख टन करना है, जिसके लिए कुल कैपिटल एक्सपेंडिचर 800 करोड़ रुपये होगा.

डिसक्‍लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्‍यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्‍टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्‍य लें.