DGCA से अप्रूवल मिलने के बाद भागा ये शेयर, लगा अपर सर्किट
डीजीसीए से प्रोजेक्ट अप्रूवल मिलने के बाद नीतिराज इंजीनियर्स के शेयरों में 10% का उछाल आया, जो ₹244.44 पर पहुंच गए. कंपनी ने 3 दिसंबर को एनएसई में जानकारी दी कि डीजीसीए ने कंपनी के एक प्रोजेक्ट को ड्रोन रिमोट पायलट ट्रेनिंग के रूप में अप्रूवल दे दिया है.
Nitiraj Engineers Shares Hit Upper Circuit: डीजीसीए से एक प्रोजेक्ट के अप्रूवल मिलने के बाद नीतिराज इंजीनियर्स के शेयरों में उछाल देखने को मिला है. पिछले 2 कारोबारी दिनों में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद, आज (4 दिसंबर को) इसके शेयरों में 10 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला. इस उछाल के साथ ही कंपनी के शेयर अपर सर्किट पर पहुंच गए और एनएसई पर 244.44 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए. कंपनी के शेयर लगातार 2 कारोबारी सत्रों में अच्छा प्रदर्शन करते हुए 15 प्रतिशत से अधिक चढ़ चुके हैं.
नीतिराज इंजीनियर्स ने 3 दिसंबर को एनएसई में जानकारी दी थी कि डीजीसीए ने कंपनी के एक प्रोजेक्ट को ड्रोन रिमोट पायलट ट्रेनिंग के रूप में अप्रूवल दे दिया है. कंपनी इसके सर्टिफिकेट का इंतजार कर रही है. आरपीटीओ संगठन का काम पायलट्स को ट्रेनिंग देना है और यह तय करना होता है कि ड्रोन उड़ाने के लिए सही ट्रेनिंग मिले. इसके लिए डीजीसीए से मंजूरी जरुरी होती है.
कैसा रहा है शेयरों का प्रदर्शन
नीतिराज इंजीनियर्स के शेयरों ने निवेशकों को शानदार लाभ दिया है. 18 दिसंबर 2023 को यह ₹108.05 पर था, जो एक साल का लोएस्ट लेवेल था. इसके बाद, 7 महीनों में यह 180 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 18 जुलाई 2024 को ₹303.00 तक पहुंच गया, जो एक साल का उच्चतम स्तर था. हालांकि, अब शेयरों में 19 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है. कारोबारी प्रदर्शन की बात करें तो सितंबर 2024 तिमाही में इसका शुद्ध मुनाफा ₹1.61 करोड़ से घटकर ₹2.02 लाख हो गया. इस दौरान कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू में भी कमी आई है और यह ₹15.91 करोड़ से घटकर ₹12.56 करोड़ हो गया.
किस प्रोजेक्ट पर काम कर रही Nitiraj Engineers
नीतिराज इंजीनियर लिमिटेड ने चार प्रकार के ड्रोन मॉडल बनाने का ऐलान किया था. ये ड्रोन एडवांस सेंसर और इमेजिंग टेक्नोलॉजी से लैस होंगे और भारत में खेती करने वाले किसानों के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं. पहला ड्रोन फसल की निगरानी, मिट्टी की जांच और खराब कृषि क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करेगा.
इसके अलावा, नीतिराज इंजीनियर्स ने जीआईएस मैपिंग और एरियल सर्वे के लिए दूसरा ड्रोन पेश करने की योजना बनाई है. तीसरे मॉडल के रूप में, रिमोट कार्गो ट्रांसपोर्टेशन ड्रोन लॉन्च किया जाएगा, जो छोटी दूरी पर सामान की डिलीवरी कम लागत में करेगा.