NSE ने लॉन्च किया नया इंडेक्स, 21 डिजिटल कंपनियां होंगी शामिल; जानें paytm से लेकर zomato तक का हिसाब-किताब

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने 28 फरवरी को Nifty India Internet & E-Commerce Index लॉन्च किया है. इस इंडेक्स में 21 कंपनियों को शामिल किया गया है. जिन कंपनियों को इसमें जगह मिली है, उनमें Zomato, Info Edge, एंजेल वन, मोतीलाल ओसवाल और Swiggy शामिल हैं. इस इंडेक्स में जोमैटो का वेटेज सबसे अधिक है.

एनएसई ने लॉन्च किया नया इंडेक्स Image Credit: money9live.com

NSE New Indices: शेयर बाजार में निवेशकों को Nifty India Internet & E-Commerce Index सेक्टर में निवेश करने में और अधिक सहूलियत मिलने वाली है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को ट्रैक करने के लिए एक नया इंडेक्स लॉन्च किया है. 28 फरवरी को लॉन्च किया गया यह इंडेक्स 21 कंपनियों से मिलकर बना है, जिन्हें Nifty Total Market से चुना गया है. इंडेक्स में हर कंपनी का वेटेज उसके फ्री-फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर तय किया गया है.

यह इंडेक्स ऑनलाइन बिजनेस, ई-कॉमर्स और इंटरनेट-आधारित कंपनियों के प्रदर्शन को मापेगा. इस इंडेक्स में Zomato, Info Edge, IRCTC और Swiggy जैसी प्रमुख कंपनियों को शामिल किया गया है.

जोमैटो का वेटेज सबसे ज्यादा

Nifty India Internet & E-Commerce Index में शामिल 21 कंपनियों में जोमैटो का वेटेज सबसे अधिक है.

  • जोमैटो का वेटेज 20.3 फीसदी है.
  • इसके बाद इंफो एज का 18.83 फीसदी और पीबी फिनटेक का 16.72 फीसदी वेटेज है.
  • पेटीएम (वन 97 कम्युनिकेशंस), नायका (एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स) और IRCTC का वेटेज 7-8 फीसदी के बीच है.
  • एंजेल वन, मोतीलाल ओसवाल, स्विगी और इंडियामार्ट इंटरमेश का वेटेज 5 फीसदी से कम है.

इंडेक्स में सेक्टर-वाइज हिस्सेदारी इस प्रकार है:

  • कंज्यूमर सर्विस – 65.32 फीसदी
  • फाइनेंशियल सर्विस – 33.48 फीसदी
  • मीडिया, एंटरटेनमेंट और पब्लिकेशन – 1.21 फीसदी

साल में दो बार होगी समीक्षा

Nifty India Internet & E-Commerce Index की समीक्षा साल में दो बार की जाएगी. इस समीक्षा के लिए जनवरी और जुलाई के पिछले छह महीनों के डेटा का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके अलावा, हर तिमाही में भी इंडेक्स की जांच की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ETF और इंडेक्स फंड SEBI के नियमों का पालन कर रहे हैं.

यदि आवश्यक हुआ तो सुधार के कदम भी उठाए जाएंगे. अगर किसी कंपनी के शेयर सस्पेंड हो जाते हैं, उसे डीलिस्ट कर दिया जाता है, या उसका कॉर्पोरेट रिस्ट्रक्चरिंग होता है, तो NSE इंडेक्स तुरंत उसके वेटेज में बदलाव कर सकता है.

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शेयर बाजार में गिरावट जारी

शेयर बाजार में लगातार बिकवाली देखने को मिल रही है. इस बिकवाली के कारण 908 शेयर 52 सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गए, जिससे मार्केट कैपिटलाइजेशन में 8.8 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई। निफ्टी के दिग्गज शेयरों में, टाटा मोटर्स 4 फीसदी गिरकर 623 रुपये पर आ गया. अन्य गिरावट वाले शेयर में एसीसी, आरती ड्रग्स, आरती इंडस्ट्रीज, 5पैसा, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक और एबीबी इंडिया जैसी कंपनियां शामिल हैं.

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