NSE Q3 Results: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के प्रॉफिट में बढ़ोतरी, लेकिन कमाई में आई गिरावट, जानें क्यों?

NSE Q3 Results: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी NSE के तिमाही नतीजों में मुनाफे में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन कमाई में गिरावट आई है. कंपनी का नेट प्रॉफिट 22% बढ़कर 3,834 करोड़ रुपये हो गया है, लेकिन रेवेन्यू में 4% की गिरावट आई और यह 4,349 करोड़ रुपये रह गया है. यह गिरावट क्यों हुई और क्या रहे नतीजे?

NSE के तिमाही नतीजे Image Credit: getty images

NSE Q3 Results: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) ने दिसंबर 2024 तिमाही के नतीजे जारी किए है, जिसमें कंपनी का नेट प्रॉफिट 22% बढ़कर 3,834 करोड़ रुपये हो गया है, लेकिन इसी दौरान रेवेन्यू में 4% की गिरावट आई और यह 4,349 करोड़ रुपये रह गया है. हालांकि, कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) 2% बढ़कर 3,398 करोड़ रुपये हो गया और ऑपरेटिंग मार्जिन भी 74% से बढ़कर 78% हो गया है. कंपनी अपना IPO लाने की तैयारी भी कर रही है.

कमाई में गिरावट क्यों आई?

NSE ने बताया कि कैश मार्केट और डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग वॉल्यूम घटने के कारण कंपनी की ट्रांजैक्शन फीस से मिलने वाली कमाई 4% घटकर 3,445 करोड़ रुपये रह गई है. इसके पीछे भारतीय बाजार नियामक SEBI (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) की नई नीतियां एक बड़ी वजह हैं.

जुलाई 2024 में, SEBI ने इक्विटी डेरिवेटिव्स में हद से ज्यादा सट्टे को लेकर हो रही गतिविधियों को कम करने के लिए नए नियम प्रस्तावित किए थे. इनमें लॉट साइज बढ़ाना और ऑप्शन खरीदने वालों से एडवांस प्रीमियम कलेक्शन अनिवार्य करना शामिल था. इसके चलते बाजार में ट्रेडिंग वॉल्यूम घट गया, जिससे NSE का ट्रेडिंग रेवेन्यू 2% गिरकर 3,975 करोड़ रुपये और क्लियरिंग रेवेन्यू 16% गिरकर 641 करोड़ रुपये रह गया है.

NSE Q3FY25 मुख्य नतीजे (तिमाही आधार पर तुलना)

  • टोटल रेवेन्यू 4% घटकर 4,349 करोड़ रुपये (पिछली तिमाही में 4,510 करोड़ रुपये)
  • ऑपरेटिंग EBITDA 2% बढ़कर 3,398 करोड़ रुपये (पिछली तिमाही में 3,344 करोड़ रुपये)
  • EBITDA मार्जिन बढ़कर 78% हुआ (पिछली तिमाही में 74%)
  • नेट प्रॉफिट 22% बढ़कर 3,834 करोड़ रुपये (पिछली तिमाही में 3,137 करोड़ रुपये)

कुल मिलाकर NSE का मुनाफा बढ़ा है, लेकिन रेवेन्यू में गिरावट देखी गई है. SEBI के नए नियमों के कारण ट्रेडिंग वॉल्यूम में कमी आई है, जिससे कंपनी की ट्रांजैक्शन और ट्रेडिंग से मिलने वाली आय प्रभावित हुई है. हालांकि, ऑपरेटिंग मार्जिन में सुधार हुआ है.