स्टॉक एक्सचेंज का बड़ा ऐलान, बैंक निफ्टी वीकली ऑप्शन होंगे बंद

NSE की तरफ से एक सर्कुलर जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि अब सिर्फ वीकली एक्सपायरी Nifty की होगी. निफ्टी बैंक के लिए अंतिम साप्ताहिक इंडेक्स ऑप्शन की अंतिम तिथि 13 नवंबर, निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट के लिए लास्ट डेट 18 नवंबर है. निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज के लिए अंतिम साप्ताहिक इंडेक्स ऑप्शन की समाप्ति तिथि 19 नवंबर है.

NSE की तरफ से सर्कुलर जारी किया गया है. Image Credit: TV9 Bharatvarsh

स्टॉक एक्सचेंज की तरफ से एक बड़ा फैसला लिया गया है. जिसमें निवेशकों की सुरक्षा और मार्केट स्टेबिलिटी को बढ़ाने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है. जिसके तहत 20 नवंबर से Bank Nifty, Fin Nifty और Midcap की वीकली के लेकर बड़ा ऐलान किया है.आइए आपको पूरी बात बताते हैं, जिसे आपको जानना बेहद ही जरुरी है.

NSE ने सर्कुलर में क्या कहा?

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की ओर से बड़ा ऐलान किया गया है. जिसके तहत 20 नवंबर से Bank Nifty, Fin Nifty और Midcap की वीकली एक्सपायरी बंद करने का फैसला लिया गया है. सर्कुलर के बताया गया है कि अब सिर्फ वीकली एक्सपायरी Nifty की होगी. निफ्टी बैंक के लिए अंतिम साप्ताहिक इंडेक्स ऑप्शन की अंतिम तिथि 13 नवंबर, निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट के लिए लास्ट डेट 18 नवंबर है. निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज के लिए अंतिम साप्ताहिक इंडेक्स ऑप्शन की समाप्ति तिथि 19 नवंबर है. लेकिन NSE, Nifty के लिए वीकली डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स ऑफरिंग जारी रखेगा.

इसके पहले भी NSE ने किए थे कई उपाय पेश

आपको बता दें कि NSE की तरफ से पहले भी कई उपाय पेश किया जा चुका है. शायद आपको याद होगा कि बाते 1 अक्टूबर को मार्केट रेग्युलेटर SEBI ने निवेशकों की सुरक्षा और बाजार में स्थिरता को बढ़ाने के लिए इंडेक्स डेरिवेटिव फ्रेमवर्क को मजबूत करने के लिए कई उपाय पेश किए थे. जिसमें खास तौर पर एक वीकली एक्सपायरी के साथ प्रति एक्सचेंज एक बेंचमार्क इंडेक्स तक डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स को सीमित करना शामिल है.

नया नियम कबसे होगा लागू?

SEBI के हालिया सर्कुलर में फ्यूचर्स एंड ऑप्शन ट्रेडिंग सेगमेंट के लिए नए नियमों की रूपरेखा दी गई है. 20 नवंबर से एक्सचेंजों को वीकली ऑप्शन एक्सपायरी को प्रति एक्सचेंज एक इंडेक्स तक सीमित करना होगा. इस कदम से हर दिन एक समाप्ति की अवधारणा समाप्त हो जाएगी. समाप्ति के दिन अत्यधिक ट्रेडिंग की समस्या हो रही थी. जिसे रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है.