SMR तकनीक बढ़ाने के लिए सरकार का सहयोग, बजट में मिला 20,000 करोड़, इन शेयरों को होगा सीधा फायदा!
भारत में परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा बदलाव आने वाला है. बजट 2025 में सरकार ने छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) पर खास ध्यान दिया है. आइए उन कंपनियों के बारे में जानते हैं जो इस सेक्टर में एक्टिव हैं. इससे कई कंपनियों को भी जबरदस्त मुनाफा दिला सकता है.
Nuclear power stocks in India: भारत अब परमाणु ऊर्जा क्रांति की ओर बढ़ रहा है. बजट 2025 में सरकार ने छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) तकनीक को बढ़ावा देने के लिए 20,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. यह कदम न केवल भारत को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा बल्कि कई भारतीय कंपनियों को भी जबरदस्त मुनाफा दिला सकता है. इस पहल से कई माइक्रोकैप कंपनियों को लाभ होने की उम्मीद है, जो पहले से ही परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में सक्रिय हैं. आइए इन 5 कंपनियों के बारे में विस्तार से जानते हैं
Patels Airtemp
- पटेल्स एयरटेम्प भारत की उन चुनिंदा कंपनियों में से एक है, जिन्हें परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के लिए हीट एक्सचेंजर और प्रेशर वेसल्स बनाने का अधिकार प्राप्त है.
- कंपनी के पास N-NPT लाइसेंस है, जो इसे परमाणु संयंत्रों के लिए जरूरी डिवाइस बनाने की अनुमति देता है.
यह ASME N – NPT स्टैंप प्राप्त करने वाली दुनिया की चुनिंदा कंपनियों में शामिल है.
कंपनी को ISO 9001-2015 सर्टिफिकेशन भी मिला हुआ है.
बजट 2025 के बाद इस सेक्टर में बढ़ते निवेश से पटेल्स एयरटेम्प की ग्रोथ संभावनाएं काफी मजबूत हैं.
3 फरवरी को इसके शेयरों का भाव 584.75 रुपय था.
Walchandnagar Industries
- वालचंदनगर इंडस्ट्रीज भारत की सबसे अनुभवी कंपनियों में से एक है, जो परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के लिए महत्वपूर्ण डिवाइस का प्रोडक्शन करती है.
- कंपनी पिछले 40 वर्षों से परमाणु ऊर्जा सेक्टर में काम कर रही है.
यह परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE), न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCIL), भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (BARC) जैसी सरकारी एजेंसियों की मुख्य सप्लायर है.
कंपनी रूस, फ्रांस और अमेरिका की बड़ी कंपनियों के साथ भी काम कर चुकी है. - 3 फरवरी तक इसके शेयरों का भाव 279.57 रुपये था
इसे भी पढ़ें- कवच को लेकर रेल मंत्री का बड़ा बयान, इन कंपनियों के शेयरों को होगा सीधा फायदा!
KSB
- KSB भारत में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के लिए पंप और वॉल्व बनाने वाली प्रमुख कंपनियों में से एक है.
- कंपनी रिएक्टर कूलेंट पंप, बॉयलर फीड पंप, कंडेन्सेट पंप और सेफ्टी वॉल्व बनाने का काम करती है. जो हर परमाणु संयंत्र के लिए जरूरी होते हैं.
यह अत्यधिक तापमान और कठोर परिस्थितियों में काम करने वाले पंपों की विशेषज्ञता रखती है.
कंपनी की नवीनतम पीढ़ी (Gen. IV) के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के लिए विशेष तकनीक भी उपलब्ध है.
3 फरवरी तक इसका CMP 701.85 था.
Azad Engineering
- आजाद इंजीनियरिंग भारत में परमाणु ऊर्जा प्लांट्स के लिए टर्बाइन के महत्वपूर्ण पुर्जे बनाने वाली एक लीडिंग कंपनी है.
- यह GE Steam Power की आधिकारिक सप्लायर है और परमाणु टर्बाइनों के रोटेटिंग पार्ट्स बनाती है.
हाल ही में, फ्रांस की Arabelle Solutions के साथ 340 करोड़ रुपये का करार किया है.
सरकार की नई नीतियों से आजाद इंजीनियरिंग को जबरदस्त ग्रोथ मिल सकती है. - 3 फरवरी तक इसके शेयर1,490 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे थे.
Triveni Turbine
- त्रिवेणी टर्बाइन मुख्य रूप से स्टीम टर्बाइन बनाने वाली कंपनी है. जो कई एनर्जी सेक्टर में यूज होती है.
- यह एनर्जी स्टोरेज और वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम में विशेषज्ञता रखती है.
इसकी टर्बाइन हाई एफिशिएंसी और विश्वसनीयता के लिए जानी जाती हैं. - 3 फरवरी तक इसके शेयरों का भाव 634 रुपये था.
क्या कहता है बजट 2025?
बजट 2025 में सरकार ने छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए 20,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. इससे भारतीय कंपनियों को न केवल नए प्रोजेक्ट्स में हिस्सेदारी मिलेगी, बल्कि नए टेक्नोलॉजी को अपनाने का अवसर भी मिलेगा.
क्या होता है SMR टेक्नोलॉजी ?
एसएमआर को छोटे परमाणु रिएक्टर के रूप में परिभाषित किया जाता है. यह पारंपरिक परमाणु संयंत्रों की तुलना में छोटे और अधिक सुरक्षित रिएक्टर होते हैं. इन्हें कम जगह में स्थापित किया जा सकता है. यह
समुद्री तटों और दूरदराज के इलाकों में बिजली आपूर्ति के लिए उपयोगी हैं.
डिस्क्लेमर– Money9live पर दी गई सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार हैं. निवेश से पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें. वेबसाइट किसी भी नफा-नुकसान का जिम्मेदार नहीं होगी.