Pharma कंपनियों पर अब लटकी ट्रंप टैरिफ की तलवार, इन 6 फार्मा स्टॉक्स पर गिरेगी गाज!
Trump के टैरिफ अटैक की तलवार इस बार फार्मा सेक्टर पर गिर सकती है. ट्रंप ने ऐसे संकेत दिए हैं कि वो फार्मा प्रोडक्ट के इंपोर्ट पर 25% तक का टैरिफ लगा सकते हैं. इसके बाद से फार्मा कंपनियों के शेयर गिर गए हैं. लेकिन हर कंपनी पर इसका असर नहीं पड़ेगा, कौन से स्टॉक्स दबाव में आ सकते हैं, यहां जानें...
Pharma Stocks: शेयर बाजार में जारी गिरावट ने दिग्गज कंपनियों के शेयर्स का हाल बहुत बुरा कर दिया है. दूसरी तरफ ट्रंप के टौरिफ वॉर की अटकलें और नुकसान करा रही हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) फिर टैरिफ बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं, इस बार तलवार फार्मा सेक्टर पर गिरने की आशंका है. ट्रंप ने संकेत दिया कि वे अमेरिका में फार्मा प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट पर 25% तक का शुल्क लगा सकते हैं. इसके बाद भारतीय फार्मा कंपनियों के शेयर गिर गए हैं. यहां बताएंगे कि ट्रंप के टैरिफ अटैक का फार्मा कंपनियों पर कितना असर पड़ेगा और कौन से फार्मा स्टॉक्स पर को झटका लग सकता है?
ट्रंप ने बुधवार को फार्मा के इंपोर्ट पर टैरिफ लगाने का संकेत दिया जिसके बाद फार्मा कंपनियों के शेयर गिरे, Nifty Pharma Index बुधवार सुबह 3% तक गिरा, हालांकि बाद में कुछ रिकवरी हुई और 0.7% की गिरावट पर बंद हुआ. गुरुवार को भी सुबह फार्मा इंडेक्स 0.25% नीचे कारोबार कर रहा है.
- अरबिंदो फार्मा – 9.5% तक गिरावट, खबर लिखे जाने तक आज 2.07% नीचे कारोबार कर रहा है
- डॉ रेड्डीज – 5.8% तक गिरावट, आज 0.18% ऊपर कारोबार कर रहा है
- जाइडस लाइफसाइंसेज – 4.8% तक गिरावट, आज भी लाल निशान में
- सन फार्मा – 3.2% तक गिराव, आज भी लाल निशान में है
अमेरिका पर कितनी है निर्भरता
मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की प्रमुख दवा कंपनियां अपनी कुल कमाई का 30% से 50% तक अमेरिकी बाजार से कमाती हैं. वित्त वर्ष 2024 में भारत का कुल फार्मा एक्सपोर्ट 27.9 अरब डॉलर का था. इसमें से 8.7 अरब डॉलर यानी 31% एक्सपोर्ट अकेले अमेरिका को किया गया था. इसलिए, अगर 25% टैरिफ लागू होता है, तो भारतीय कंपनियों की आमदनी पर भारी असर पड़ सकता है.
किन फार्मा स्टॉक्स पर पड़ सकता है ज्यादा असर?
जिन कंपनियों की कुल कमाई का बड़ा हिस्सा अमेरिका से आता है, वे सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकती हैं.
कंपनी | अमेरिकी बाजार से FY24 में कुल रेवेन्यू |
---|---|
अरबिंदो फार्मा | 47.8% |
डॉ रेड्डीज | 46% |
जाइडस लाइफसाइंसेज | 46% |
Lupin | 37% |
सन फार्मा | 32% |
Cipla | 30% |
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क्या फार्मा कंपनियों को कोई फायदा भी मिलेगा?
मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, पहली नजर में तो ऐसा ही लगता है कि टैरिफ बढ़ाने से दवा कंपनियों को नुकसान ही होगा लेकिन कुछ ऐसे फैक्टर्स हैं जो भारत के पक्ष में भी जा सकते हैं:
- अमेरिका अपने लगभग 50% जेनेरिक दवाइयों का इंपोर्ट भारत से करता है. अगर भारतीय कंपनियों का एक्सपोर्ट कम होता है, तो अमेरिकी बाजार में जेनेरिक दवाओं की कमी हो सकती है.
- अगर टैरिफ सभी देशों पर एकसमान ही लागू होता है, तो भारत को ज्यादा नुकसान नहीं होगा, क्योंकि भारत में प्रोडक्शन की खर्च पहले से ही कम है. चीन और अन्य देशों की तुलना में भारत का फार्मा सेक्टर सस्ता है, जिससे अमेरिका को भारतीय दवाओं का इंपोर्ट जारी रखना पड़ सकता है.
- भारत-अमेरिका के मजबूत होते रिश्ते भी इस फैसले को प्रभावित कर सकते हैं. इंडस्ट्री के जानकारों को उम्मीद है कि भारत को इससे पूरी तरह बचाया जा सकता है या टैरिफ कम किया जा सकता है.
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