Relaxo को क्या हो गया! टूट गया 72 फीसदी, कभी दिया था 565% का तगड़ा रिटर्न; सस्ते ने डुबाई लुटिया

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव नई बात नहीं है, लेकिन जब किसी स्टॉक में लगातार गिरावट देखने को मिले, तो निवेशकों के लिए यह चिंता का विषय बन जाता है. ऐसा ही कुछ रिलैक्सो फुटवियर के साथ हो रहा है. कंपनी के शेयर महीनों से लाल निशान पर बंद हो रहे हैं. आखिर इसकी वजह क्या है जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर.

रिलैक्सो के निवेशकों को बड़ा झटका Image Credit: Money9 Live

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव कोई नई बात नहीं रह गई है. महीनों से बाजार का हाल ऐसा सुस्त ही बना हुआ है. हर सेक्टर के शेयर इस मंदी के जद में आ रहे हैं लेकिन कुछ स्टॉक्स ऐसे हैं जिसपर नकारात्मक माहौल ज्यादा असर डाल रहा है. ऐसा ही हाल रिलैक्सो फुटवियर के शेयरों का है, जो लगातार बिकवाली के दबाव में हैं. इस गिरावट ने न सिर्फ निवेशकों की संपत्ति को तगड़ा झटका दिया है बल्कि कंपनी के भविष्य को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.

14 महीनों में 58 फीसदी गिरा शेयर

रिलैक्सो फुटवियर के शेयर पिछले 19 महीनों में से 14 महीनों तक लाल निशान में बंद हुए हैं. नवंबर 2021 में 1448 रुपये के अपने ऑल-टाइम हाई पर पहुंचने के बाद से यह स्टॉक लगातार दबाव में है और अब तक 72 फीसदी टूट चुका है. मौजूदा समय में यह 58 फीसदी के गिरावट के साथ 415 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा है. कुल मिलाकर, इस गिरावट ने निवेशकों की भारी पूंजी डूबा दी है.

दिसंबर 2016 से अक्टूबर 2021 के बीच रिलैक्सो के शेयरों ने जबरदस्त 565 फीसदी का रिटर्न दिया था. उस दौरान कंपनी का प्रदर्शन और बाजार की धारणा, दोनों इसके पक्ष में थे. लेकिन पिछले कुछ तिमाहियों में कमजोर नतीजे और सुस्त उपभोक्ता मांग के कारण स्टॉक में भारी गिरावट देखने को मिली है.

कमजोर नतीजों और बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने बढ़ाई मुश्किलें

हाल ही में आए दिसंबर तिमाही के नतीजे भी बाजार की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे. Relaxo Footwears ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (Q3 FY25) के जारी नतीजे के मुताबिक कंपनी का प्रॉफिट 14.42 फीसदी घटकर 33.01 करोड़ रुपये रह गया है. पिछले वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही (Q3 FY24) की तुलना में कंपनी के राजस्व में भी 6.43 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे कुल राजस्व 666.90 करोड़ रुपये पर आ गया है. कंपनी की बिक्री में लगातार गिरावट आ रही है, जिसका मुख्य कारण कम कीमत वाले जूते-चप्पलों की मांग में कमी है. इसके अलावा, छोटे और असंगठित रिटेलर्स से बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने भी कंपनी की मार्केट हिस्सेदारी को प्रभावित किया है.

सोर्स: Trendlyne

यह भी पढ़ें: जापान से बड़ी डील के बाद शेयर में 18 फीसदी तक की तेजी, भाव 100 रुपये से कम

हालांकि, रिलैक्सो फुटवियर अब अपने डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में बदलाव कर रहा है, जिससे बाजार में उसकी पकड़ मजबूत हो सकती है. हालांकि, इस प्रक्रिया के चलते कंपनी को फिलहाल वॉल्यूम शेयर में कुछ नुकसान हुआ है. लेकिन कंपनी मैनेजमेंट को भरोसा है कि आने वाले 2-3 तिमाहियों में इन सुधारों के सकारात्मक नतीजे देखने को मिलेंगे. अब देखना होगा कि यह रणनीति कंपनी को संकट से उबार पाती है या नहीं.