शेयर मार्केट की सबसे बड़ी कंपनी के स्टॉक में लगातार गिरावट, रिकॉर्ड हाई से इतना नीचे पहुंचा भाव

30 सितंबर को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. मंगलवार को भी यही सिलसिला जारी रहा था और शेयरों में की गिरावट देखी गई थी.ईरान और इजरायल के बीच जारी तनाव का असर देश की तेल कंपनियों पर पड़ सकता है.

रिलायंस इंडस्ट्री के शेयरों में लगातार गिरावट. Image Credit: Getty image

देश की सबसे वैल्यूएबल और शेयर मार्केट की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयर अपने 52 वीक के हाई लेवल से 8.95 फीसदी टूट चुके हैं. यह इस साल 8 जुलाई को 3,217.90 रुपये के अपने रिकॉर्ड हाई प्राइस से 8.95 फीसदी कम है. मंगलवार को शेयर 0.81 फीसदी की गिरावट के साथ 2,929.80 रुपये पर बंद हुआ था. मतलब यह कि शेयर अपने 52 वीक के हाई लेवल से करीब 9 फीसदी टूट चुका है. 8 जुलाई 2024 को इस स्टॉक ने अपने 52 वीक के हाई लेवल को हिट किया था.

टेक्निकल फ्रंट पर स्टॉक

एक अक्टूबर को टेक्निकल फ्रंट पर स्टॉक 300 दिन के सिंपल मूविंग एवरेज से ऊपर और 5,10,20,50,100 दिन के मूविंग एवरेज से नीचे कारोबार कर रहा था. फंडामेंटल एनालिसिस के नजरिए से कंपनी का ROE 9.23 फसदी है. स्टॉक का P/E 29.07 है. जून तिमाही में दाखिल किए गए दस्तावेजों के अनुसार कंपनी में 50.33 फीसदी प्रमोटर होल्डिंग, 8.37 फीसदी म्यूचुअल फंड होल्डिंग और 21.59 फीसदी की एफआईआई होल्डिंग है.

शेयरों में लगातार गिरावट

30 सितंबर को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. मंगलवार को भी यही सिलसिला जारी रहा था और शेयरों में की गिरावट देखी गई थी. रिलायंस इंडस्ट्री के शेयर बीएसई पर पिछले पांच दिनों में 1.36 फीसदी टूटे हैं और महीने भर में स्टॉक में 3.40 फीसदी की गिरावट आई है. पिछले छह महीने में यह स्टॉक 1.40 फीसदी गिरा है.

ईरान-इजरायल संघर्ष का क्या पड़ेगा असर?

ईरान और इजरायल के बीच जारी तनाव का असर देश की तेल कंपनियों पर पड़ सकता है. ईरान के इजरायल पर मिसाइल दागने के बाद क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी आई है. चूंकी रिलायंस देश में पेट्रोकेमिकल्स की सबसे बड़ी उत्पादक है. इसलिए मिडिल ईस्ट में बढ़ रहे तनाव का असर उसके तेल के कारोबार पर भी नजर आ सकता है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को तेल की कीमतों में 3 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई.