मार्केट की सबसे बड़ी कंपनी के शेयर का बुरा हाल, 5 दिन में आ गई इतनी गिरावट, मार्च में क्या दिखेगी तेजी?

पिछले पांच दिनों में रिलायंस के शेयरों में चार फीसदी से अधिक की गिरावट देखने को मिली है. अक्टूबर में रिलायंस ने 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले एक शेयर पर एक शेयर बोनस के तौर पर दिया था. इसके बाद से कंपनी के शेयरों की कीमत आधी हो गई थी.

रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट. Image Credit: Getty image

Reliance Industries Share Today: भारतीय स्टॉक मार्केट की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. शुक्रवार, 13 दिसंबर यानी आज भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है. रिलायंस के शेयर आज सुबह के कारोबार में 0.78 फीसदी गिरकर 1253.10 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं. पिछले पांच दिनों में रिलायंस के शेयरों में चार फीसदी से अधिक की गिरावट देखने को मिली है. अक्टूबर में रिलायंस ने 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले एक शेयर पर एक शेयर बोनस के तौर पर दिया था. इसके बाद से कंपनी के शेयरों की कीमत आधी हो गई थी.

पांच दिन में कितनी आई गिरावट

रिलायंस के शेयर आज 1.24 फीसदी टूटकर 1,247.25 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं. पिछले पांच दिनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 4.87 फीसदी टूटे हैं. पिछले एक महीने में इस स्टॉक में लगभग 15 फीसदी की गिरावट आई है. रिलायंस इंडस्ट्रीज मार्केट कैप के हिसाब से शेयर बाजार की सबसे बड़ी कंपनी है. इसका मौजूदा मार्केट कैप 16.88 लाख करोड़ रुपये है.

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स्टॉक पर रिस्क और रिवॉर्ड

रिलायंस इंडस्ट्रीज पर मोतीलाल ओसवाल की एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें उन्होंने कहा कि रिस्क और रिवॉर्ड काफी फेवरेबल है 1:10 यानी कि 10 फीसदी चांस है कि शेयर गिरेगा और 100 फीसदी चांस का है कि रिवॉर्ड मिल जाएगा. मतलब यह कि 1 रुपये की गिरावट और 10 रुपये का उछाल शेयर में दिख सकता है. कंपनी ने बताया कि मार्च तक वो सोलर मॉड्यूल सेल प्लांट शुरू करेगी. एक बड़ा ट्रिगर इस कंपनी के साथ मार्च में जुड़ सकता है. हालांकि, पेट्रोकेमिकल कारोबार थोड़ा सुस्त रह सकता है. तीसरी और चौथी तिमाही में कंपनी के रिटेल कारोबार में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.

पीक पर पहुंचा कैपेक्स खर्च

मोतीलाल ओसवाल रिसर्च में कहा गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज का कैपेक्स खर्च अब पीक पर आ चुका है. कंपनी FY24 में 1,57,000 करोड़ का कैपेक्स खर्च किया था, जो अब इस लेवल से घटता जाएगा. साथ ही कंपनी का नेट डेट भी 2.55 लाख करोड़ से घटकर यह 1.7 लाख करोड़ हो जाएगा.

रिटेल और टेलीकॉम कारोबार

Navtverlal & Sons के CEO समीर दलाल ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के कारोबार को लेकर कुछ चिंताएं जाहिर की. उन्होंने कहा कि रिटेल बिजनेस में थोड़ा दबाव दिख सकता है, क्योंकि- क्विक ई-कॉमर्स तेजी से इस सेगमेंट में बढ़ रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि रिलायंस के टेलीकॉम बिजनेस में भी थोड़ी सुस्ती नजर आ सकती है, क्योंकि उनके बढ़ाए टैरिफ प्लान के बाद बहुत सारे यूजर्स ने जियो के नेटवर्क से शिफ्ट किया था. अगर ये ऐसा ही बरकरार रहता है, तो कंपनी के लिए नेगेटिव हो सकता है. हालांकि, इन दो नेगेटिव के अलावा बहुत सारी चीजें कंपनी के लिए पॉजिटिव हैं.

उन्होंने कहा कि एक साल के लिए 1500 रुपये का टार्गेट बेहतर है. अगर आप लंबे समय तक के लिए देखते हैं यानी FY28-29 और कंपनी के प्लान काम करने लगे तो इसमें और अधिक तेजी देखने को मिल सकती है.