गिरते बाजार में भी रॉकेट बना अंबानी का ये शेयर, चार साल में 3,600 फीसदी उछला

30 सितंबर को रिलायंस इंफ्रा के शेयर में 7 फीसदी से ज्‍यादा का उछाल देखने को मिला, नतीजतन ये बढ़कर 345.40 रुपये पर पहुंच गए. बीते साढ़े चार साल में रिलायंस इंफ्रा के शेयर ने जबरदस्‍त रिटर्न दिया है.

रिलायंस इंफ्रा का शेयर में जबरदस्‍त उछाल Image Credit: PTI/freepik

भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को घमासान देखने को मिला. सेंसेक्‍स 1000 अंकों से ज्‍यादा लुढ़क गया, लेकिन गिरते बाजार में भी उद्योगपति अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर रॉकेट की रफ्तार से आगे बढ़ता नजर आया. 30 सितंबर को रिलायंस इंफ्रा के शेयर में 7 फीसदी से ज्‍यादा का उछाल देखने को मिला, नतीजतन ये बढ़कर 345.40 रुपये पर पहुंच गए. अंबानी का यह शेयर पिछले कुछ समय से शानदार प्रदर्शन कर रहा है. पिछले साढ़े चार वर्षों में अनिल अंबानी की कंपनी के शेयरों में 3,600 प्रतिशत से ज्‍यादा का इजाफा हुआ है. शेयर की कीमत 9 रुपये से बढ़कर 340 रुपये से ज्‍यादा हो गई है.

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर अब अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 350.90 रुपये के करीब पहुंच गए हैं. रिलायंस इंफ्रा के शेयरों में आई तेजी की वजह पिछले कुछ समय से अंबानी के लिए आ रही राहत भरी खबरें रही हैं. पुराने विवादों के निपटारे और कर्ज भुगतान की प्रक्रिया पूरी किए जाने से निवेशकों का भरोसा कंपनी की ओर बढ़ रहा है.

शेयर की कीमत में 3,600% का उछाल

अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में पिछले साढ़े चार साल में 3,600 प्रतिशत से ज्‍यादा की बढ़ोतरी हुई है. मार्च 2020 को शेयर का भाव 9.20 रुपये पर था, जबकि 30 सितंबर 2024 तक शेयर 345.40 रुपये पर पहुंच गए. पिछले चार साल में ही शेयरों में 1,400 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि पिछले दो साल में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में 150 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है.

रिलायंस इंफ्रा ने हासिल की जीत

हाल ही में अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक और अच्छी खबर आई, दरअसल उन्‍होंने 780 करोड़ रुपये का मध्यस्थता मामला यानी आर्बिट्रेशन केस जीत लिया. कंपनी ने एक फाइलिंग में कहा कि कोलकाता उच्च न्यायालय ने दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के साथ विवाद में उसके पक्ष में फैसला सुनाया है. बता दें रिलायंस इंफ्रा ने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में 1,200 मेगावाट का विशाल थर्मल पावर स्टेशन बनाने के लिए 3,750 करोड़ रुपये का सौदा जीता था, लेकिन कुछ चीजों के चलते परियोजना में देरी हुई, लिहाजा डीवीसी ने मुआवजे की मांग की और कानूनी विवाद खड़ा हो गया था, लेकिन अब ये मामला सुलझ गया है.

बोर्ड मीटिंग पर होगी नजर

अनिल अंबानी की कंपनी फंड जुटाने के लिए मंगलवार को बोर्ड मीटिंग करेगी, जिस पर सभी की निगाहें टिकी हुई है. इस दौरान शेयर जारी करना, योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (QIP) के लिए जाना, राइट्स इश्यू पर विचार करना, विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉन्ड (FCCB) आदि अहम विषयों पर चर्चा होगी.