Religare के शेयर 52 फीसदी के टॉप पर, RBI से मंजूरी के बाद 10 फीसदी की तेजी

Religare Enterprises के शेयर में 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.इसके साथ ही कंपनी का शेयर 52-वीक हाई पर पहुंच गया है. आरबीआई ने बर्मन परिवार को कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की मंजूरी दे दी है.सितंबर 2024 को समाप्त दूसरी तिमाही के लिए कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 70 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

रेलिगेयर एंटरप्राइजेज Image Credit: money9live.com

Religare Enterprises के शेयर में 10 दिसंबर को 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. 52-वीक हाई के साथ कंपनी का शेयर 304.60 रुपये पर पहुंच गया. यह उछाल आरबीआई के उस फैसले के बाद देखने को मिला, जिसमें बर्मन परिवार को कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की मंजूरी दी गई. बर्मन फैमिली ओपन ऑफर के जरिए कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 25 फीसदी से बढ़ाकर 51 फीसदी करने की योजना बना रही है.

इस घोषणा के बाद Religare Enterprises का शेयर बीएसई पर दोपहर 1:59 बजे 289.30 रुपये पर 4.21 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था. इंट्रा-डे डील में शेयर में 9.6 फीसदी की उछाल दर्ज हुई. आज कंपनी का शेयर 3.54 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 287.90 रुपये पर बंद हुआ. कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 9,555.44 करोड़ रुपये है. अकेले दिसंबर में कंपनी के शेयर में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

किन शर्तों पर मिली मंजूरी

आरबीआई ने कोर इन्वेस्टमेंट कंपनियों के लिए मास्टर डायरेक्शन के तहत बर्मन फैमिली की संस्थाओं को Religare Enterprises में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की अनुमति दी. बर्मन फैमिली की संस्थाओं में पूरन एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड, वीआईसी एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड, एमबी फिनमार्ट प्राइवेट लिमिटेड, और मिल्की इन्वेस्टमेंट एंड ट्रेडिंग कंपनी शामिल हैं. यह मंजूरी कुछ विशेष शर्तों के साथ दी गई है:

  • बर्मन और रेलिगेयर समूह को एनबीएफसी के लिए 90 दिनों के भीतर कंसोलिडेशन प्लान पेश करना होगा.
  • कंपनी को किसी भी कानूनी कार्रवाई की तुरंत जानकारी देनी होगी.
  • हिस्सेदारी अधिग्रहण पूरा करने से पहले कम से कम 30 दिनों का पब्लिक नोटिस देना होगा.

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Religare Enterprises Q2 FY25 रिजल्ट

रेलिगेयर एंटरप्राइजेज ने सितंबर 2024 को समाप्त दूसरी तिमाही के लिए कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 70 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 68.49 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया. पिछले वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में यह मुनाफा 40.35 करोड़ रुपये था. रेगुलेटरी फाइलिंग में कंपनी ने बताया कि ग्रुप सीएफओ नितिन अग्रवाल 12 नवंबर, 2024 को बिजनेस आवर्स समाप्त होने के बाद से कंपनी से जुड़े नहीं रहेंगे.

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