बड़ा झटका! रिन्यूएबल एनर्जी की कंपनियों पर ऑर्डर कैंसलेशन की मार, लिस्ट में Suzlon, R Power शामिल
हाल के कुछ सालों में रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर ने जबरदस्त ग्रोथ की है, लेकिन अब इस सेक्टर में भी अनिश्चितता की लहर दौड़ गई है, इसका कारण है कि कई बड़ी कंपनियों के ऑर्डर रद्द हो गए हैं और इसका सीधा असर इन कंपनियों के शेयरों पर देखने को मिल रहा है.

Renewable energy stocks under pressure: भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर तेजी से फैल रहा है. जिसका असर हाल के सालों में इनके शेयरों पर देखने को मिला है. यूं कहें तो इस सेक्टर के शेयरों ने हाल के सालों में इस तरह की रैली की है कि निवेशक मालामाल हो गए. लेकिन चिंता की बात तो ये है कि हाल ही में कुछ बड़ी कंपनियों को तगड़ा झटका लगा है. Trade Brains के मुताबिक, इन कंपनियों के बड़े-बड़े ऑर्डर कैंसल हो गए हैं. इसके चलते इन कंपनियों के शेयरों पर दबाव देखा गया और निवेशकों की चिंता बढ़ गई है.
इस वजह से ऑर्डर कैंसल?
इन ऑर्डरों के कैंसल होने की वजहें कई हैं जैसे कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी, सप्लाई चेन में दिक्कतें, सरकारी नियमों में बदलाव. इन कारणों से कई प्रोजेक्ट्स या तो रद्द हो गए हैं या टाल दिए गए हैं. कई कंपनियां जो पहले तेजी से बढ़ रही थीं, अब ऑर्डर मिलने में संघर्ष कर रही हैं. जिसके बाद कंपनियों को हुआ बड़ा नुकसान हुआ है. आइए इन कंपनियों के बारे में विस्तार से जानते हैं.
Suzlon Energy Limited
भारत की अग्रणी विंड एनर्जी कंपनी Suzlon ने 1 अप्रैल 2025 को बताया कि उसे मिले तीन बड़े ऑर्डर या तो रद्द हो गए हैं या घटा दिए गए हैं.
- Vibrant Energy से मिला 99 मेगावाट का ऑर्डर पूरी तरह रद्द.
- O2 Power से मिला 201.6 मेगावाट का ऑर्डर घटाया गया.
- 100.8 मेगावाट के टर्बाइन ऑर्डर को एक ग्राहक ने नकार दिया.
- 15 अप्रैल को बाजार बंद होने के बाद इसके शेयरों का भाव 54.37 रुपये था.

KPI Green Energy Limited
- KPI Green Energy को भी झटका लगा है. जो सौर और हाइब्रिड एनर्जी प्रोजेक्ट्स पर काम करती है.
- Sai Bandhan Infinium से मिला 66.2 मेगावाट का हाइब्रिड प्रोजेक्ट कैंसल कर दिया गया है.
- यह फैसला तकनीकी आवश्यकताओं में बदलाव के चलते लिया गया.
- हालांकि कंपनी ने कहा है कि इससे उसके फाइनेंशियल कंडीशन पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा.
- 15 अप्रैल को बाजार बंद होने के बाद इसके शेयरों का भाव 420.75 रुपये था.

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Reliance Power Limited
Reliance Power को एक बड़ी कानूनी और कारोबारी बाधा का सामना करना पड़ा है. Solar Energy Corporation of India (SECI) ने कंपनी और उसकी सब्सिडियरी Reliance NU BESS को 3 साल के लिए अपने टेंडर से बैन कर दिया है. इसकी वजह कंपनी ने SECI को एक फर्जी विदेशी बैंक गारंटी दी थी, जिसे SECI ने जानबूझकर की गई धोखाधड़ी माना. 15 अप्रैल को बाजार बंद होने के बाद इसके शेयरों का भाव 41.63 रुपये था.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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