SEBI ने LS Industries पर लगाया बैन! बिना कारोबार के बना दी 5500 करोड़ की कंपनी, इस चालाकी से ठग लिए गए निवेशक

शेयर बाजार में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जहां एक कंपनी बिना किसी ठोस व्यवसाय के अरबों की मार्केट कैप तक पहुंच गई. SEBI की इस सख्त कार्रवाई ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है. आखिर क्या है पूरा मामला? पढ़ें पूरी खबर.

बिना कारोबार वाली कंपनी पर SEBI का बैन Image Credit: Debarchan Chatterjee/NurPhoto via Getty Images

SEBI bans LS Industries: शेयर बाजार में निवेशकों को चेतावनी देते हुए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने हिमाचल प्रदेश की कंपनी LS Industries और इसके प्रमुख हितधारकों को कैपिटल से प्रतिबंधित कर दिया है. यह कार्रवाई कंपनी के खिलाफ स्टॉक हेरफेर और इनसाइडर ट्रेडिंग से जुड़े गंभीर आरोपों के बाद की गई है. SEBI ने अंतरिम आदेश जारी कर कंपनी के प्रमोटरों और अन्य संबंधित लोगों को बाजार में किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग से रोक दिया है.

बिना कारोबार के 5,500 करोड़ रुपये की मार्केट वैल्यू

SEBI के मुताबिक, LS Industries का कोई ठोस रेवेन्यू सोर्स नहीं है लेकिन इसके बावजूद कंपनी का मार्केट वैल्यूएशन 5,500 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. FY25 की दो तिमाहियों में कंपनी की शुद्ध बिक्री शून्य रही लेकिन इसके शेयरों में 11 गुना तक उछाल दर्ज किया गया. जुलाई 2024 में कंपनी का शेयर प्राइस 22.50 रुपये था जो सितंबर 2024 तक 267.50 रुपये तक पहुंच गया. हालांकि, नवंबर 2024 तक यह गिरकर 42.39 रुपये रह गया.

SEBI ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “यह मामला चौंकाने वाला है, जहां एक ऐसी कंपनी जिसका कोई वास्तविक व्यवसाय नहीं है वह हजारों करोड़ रुपये की मार्केट कैप वाली सूचीबद्ध इकाई बन गई.”

‘निवेशक न बनें पाइड पाइपर के शिकार’

SEBI ने निवेशकों को आगाह करते हुए कहा कि वे बिना सोचे-समझे किसी भी आकर्षक स्टॉक में निवेश न करें. नियामक ने इस संदिग्ध स्टॉक ट्रेंड की तुलना “पाइड पाइपर ऑफ हैमिलिन” से की, जहां भोले-भाले निवेशक बिना किसी जांच-पड़ताल के तेजी से बढ़ते स्टॉक्स का पीछा करते हैं. SEBI ने कहा, “शेयर बाजार कभी-कभी उदार हो सकता है लेकिन यह हमेशा आपको फर्श से अर्श पर नहीं उठाता.”

पंप-एंड-डंप स्कीम का खुलासा

SEBI की रिपोर्ट के अनुसार, Multiplier Share & Stock Advisors Pvt. Ltd. और Setu Securities Pvt. Ltd. नामक संस्थाएं इस मामले में प्रमुख भूमिका निभा रही थीं. इन इकाइयों ने पहले ऊंचे सर्किट लिमिट पर स्टॉक्स खरीदे और फिर निवेशकों को भ्रमित करके ऊंचे दामों पर बेचा जिससे स्टॉक की कीमत आर्टिफिशियल रूप से बढ़ाई गई और फिर तेज गिरावट आई.

2024 के अंत में, LS Industries ने घोषणा की कि वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और रोबोटिक्स में कदम रख रही है. इसके तहत कंपनी ने Robochef India Pvt. Ltd. का अधिग्रहण किया और कई विदेशी निदेशकों की नियुक्ति की. हालांकि, SEBI की जांच में सामने आया कि इस घोषणा के समय कंपनी के अंदरूनी लोगों और रोबोचेफ के अधिकारियों के रिश्तेदारों ने LS Industries के शेयरों में भारी ट्रेडिंग की जिससे इनसाइडर ट्रेडिंग की आशंका और मजबूत हो गई.

यह भी पढ़ें: जब चल रही थी जांच… तब शेयरखान में इस पद पर थीं अस्मिता पटेल, सेबी के आदेश से खुला कच्चा चिट्ठा

SEBI की कार्रवाई और आगे की जांच

SEBI ने अपने अंतरिम आदेश में LS Industries और उसके प्रमोटरों को कैपिटल मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया है. JPP, जिनके पास अभी भी 698 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर हैं उन पर FEMA (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) के संभावित उल्लंघन की जांच भी हो रही है, क्योंकि उन्होंने शेयरों की बिक्री से हासिल राशि को दुबई स्थित खातों में ट्रांसफर किया है.

SEBI ने LS Industries और अन्य आरोपियों को 21 दिनों के भीतर अपना जवाब देने का निर्देश दिया है. यह जांच मई 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है.