SEBI का इन 3 ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर चला डंडा, बिना मंजूरी के कर रहे थे अनलिस्टेड बांड की बिक्री

सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने तीन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को तत्काल रूप से सेवा प्रदान करने से मना कर दिया है. सेबी का यह एक्शन उन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अनलिस्टेड बांड की बिक्री को लेकर आया है. जानें सेबी ने क्या कहा.

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बाजार नियामक सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने तीन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को तत्काल प्रभाव से सर्विस देने से रोक लगा दी है. सेबी का यह एक्शन उन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अनलिस्टेड बांड की बिक्री को लेकर आया है. इन प्लेटफार्म में ऑल्टग्राफ, टैप इन्वेस्ट और स्टेबल इन्वेस्टमेंट्स शामिल हैं. सेबी के फैसले के बाद ये सभी फर्म अपने प्लेटफॉर्म पर कोई भी नया इश्यू या ऑफर फॉर सेल (OFS) नहीं बेच पाएंगी.

सेबी ने क्या कहा?

18 नवंबर को सेबी ने पारित एक अंतरिम आदेश के जरिये बताया कि ऑल्टग्राफ के मालिक (AI Growth Private Limited) और ऑपरेटर (Texterity Private Limited), प्लेटफॉर्म टैप इन्वेस्ट के मालिक और ऑपरेटर (Purple Petal Invest Private Limited) और प्लेटफॉर्म स्टेबल इन्वेस्टमेंट के मालिक और ऑपरेटर (Berkelium Technologies Private Limited) को ये निर्देश जारी किया है. सेबी ने अपने आदेश में कहा कि ऑल्टग्राफ का दावा है कि उसके पास 1.86 लाख से अधिक निवेशक हैं. वहीं टैप इन्वेस्ट ने दावा किया कि उसके पास 25,000 से अधिक निवेशक या यूजर्स हैं. सेबी के आदेश के अनुसार, इन प्लेटफॉर्म के ऑपरेटर नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर्स (NCD) के प्राइवेट प्लेसमेंट की सदस्यता ले रहे थे और फिर इन NCD को प्लेटफॉर्म के जरिये जनता को बेच रहे थे. रेगुलेटरी बॉडी ने अपने आदेश में ये भी कहा कि इस बात की जांच करने की जरूरत है कि क्या ये जारी करने वाली कंपनियों की मिलीभगत से किया गया था.

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 कंपनियों का ब्यौरा

ऑल्टग्राफ वेबसाइट के मुताबिक, उसने 75 कंपनियों को अपने साथ जोड़ा है और 18 नवंबर, 2024 तक 4,400 करोड़ रुपये से अधिक जुटाने में मदद की है. टैप इन्वेस्ट के प्लेटफॉर्म का कहना है कि उसने 100 से अधिक कंपनियों को अपने साथ जोड़ा है वहीं 18 नवंबर, 2024 तक प्लेटफॉर्म के माध्यम से 400 करोड़ रुपये से अधिक जुटाने में मदद की है. हालांकि स्टेबल इन्वेस्टमेंट का डेटा फिलहाल उपलब्ध नहीं है.