अडानी ग्रुप की एंट्री से झुलसे केबल कंपनियों के स्टॉक्स, 15 फीसदी तक टूट गए शेयर
20 मार्च को बाजार में तेजी देखी गई. इसके इतर केबल इंडस्ट्री के शेयरों में भारी बिकवाली देखी गई है. हालत ये हुआ कि इन कंपनियों के शेयर 15 फीसदी तक टूट गए. इससे पहले बिड़ला ग्रुप भी इस कारोबार में उतर चुका है, जिससे कंपटीशन और अधिक बढ़ गई है. आइए पूरी खबर विस्तार से जानते हैं.

Adani Group enters cable industry: 20 मार्च के कारोबारी सत्र में शेयर बाजार में केबल और वायर सेक्टर की बड़ी कंपनियों को तगड़ा झटका लगा. प्रमुख कंपनियों के शेयरों में 15 फीसदी तक की गिरावट देखी गई. इसकी मुख्य वजह अडानी ग्रुप की इस सेक्टर में एंट्री मानी जा रही है. इससे पहले बिड़ला ग्रुप भी इस कारोबार में उतर चुका है, जिससे कंपटीशन और अधिक बढ़ गई है.
इसके अलावा, कॉपर और एल्यूमिनियम की कीमतों में आई भारी बढ़ोतरी ने भी कंपनियों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं. इन दोनों मेटल्स का उपयोग तार और केबल प्रोडक्शन में किया जाता है, और उनकी बढ़ती कीमतें कंपनियों की लागत बढ़ा रही हैं.
अडानी ग्रुप ने लॉन्च की ‘Praneetha Ecocables’
अडानी एंटरप्राइजेज ने ऐलान किया कि उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी Kutch Copper Limited (KCL) ने Praneetha Ventures के साथ मिलकर एक नई कंपनी बनाई है, जिसका नाम Praneetha Ecocables Limited (PEL) रखा गया है.
यह कंपनी केबल और वायर के निर्माण, बिक्री और डिस्ट्रीब्यूशन का काम करेगी. यह कदम अडानी ग्रुप को इस इंडस्ट्री में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाने की दिशा में उठाया गया है. इस कदम के बाद, यह सेक्टर पहले से मौजूद बड़ी कंपनियों Polycab, KEI Industries, Havells और RR Kabel के लिए और अधिक कंपटीशन हो जाएगा. अडानी ग्रुप इस क्षेत्र में उतरने वाला दूसरा बड़ा कॉर्पोरेट हाउस है. इससे पहले बिड़ला ग्रुप ने इस इंडस्ट्री में अपना कदम रखा है.
शेयरों में भारी गिरावट
अडानी ग्रुप के ऐलान के बाद गुरुवार को तार और केबल सेक्टर की कई कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई है.
- KEI Industries: 15 फीसदी गिरकर 2,802 रुपये पर पहुंचा (15 महीने का लोअर लेवल)
- Polycab India: 7.6 फीसदी गिरकर 5,021 रुपये पर पहुंचा
- Havells India: 5.5 फीसदी गिरकर 1,472 रुपये पर पहुंचा
- RR Kabel: 4.25 फीसदी गिरकर 878.20 रुपये पर पहुंचा
KEI Industries का शेयर 15 फीसदी गिरकर 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया, जबकि Polycab, Havells और RR Kabel के शेयरों में भी भारी गिरावट आई.
कॉपर की कीमतों में जोरदार उछाल
केबल और वायर इंडस्ट्री के लिए एक और चिंता की बात यह है कि कॉपर और एल्यूमिनियम की कीमतें अपने कई महीनों के हाई पर पहुंच गई हैं. बुधवार को लंदन मेटल एक्सचेंज (LME) में कॉपर की कीमत पहली बार $10,000 प्रति टन के पार पहुंच गई. कॉपर की इस तेजी के पीछे अमेरिका की संभावित नीतियां अहम वजह मानी जा रही हैं. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कॉपर पर नए टैरिफ लगाने को लेकर जांच के आदेश दिए हैं. इस आशंका से व्यापारियों ने पहले ही कॉपर की खरीदारी बढ़ा दी है, जिससे इसकी कीमतों में उछाल आ रहा है. इस साल की शुरुआत से ही कॉपर की कीमतों में 14 फीसदी की वृद्धि हो चुकी है, जबकि न्यूयॉर्क में कॉपर वायदा कीमतों में 26 फीसदी की तेजी देखी गई है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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