2025 में शेयर बाजार में इन सेक्टर्स में बनेगा मोटा पैसा, StoxBox ने बताई वजह
क्या आप भी 2025 में निवेश के लिए ऐसे सेक्टर्स की तलाश कर रहे हैं, जिन्हें लेकर ब्रोकरेज हाउस बुलिश और कॉन्फिडेंट हैं?इन्वेस्टमेंट आईडिया की आपकी तलाश StoxBox के चुने इन सेक्टर्स के साथ पूरी हो सकती है. आइए जानते हैं कौनसे ये सेक्टर?
पूरी दुनिया की इकोनॉमी में लगातार बदलाव आ रहे हैं. भारत भी इन बदलावों से अछूता नहीं है. आने वाले दिनों में ग्लोबल इकोनॉमी में आने वाले शिफ्ट का असर दुनिया सहित भारत के बाजारों पर भी देखने को मिल सकता है. ऐसे में इन्वेस्टर्स के लिए यह फैसला लेना काफी मुश्किल हो सकता है कि उन्हें किन सेक्टर में ग्रोथ मिल सकती है. StoxBox ने आने वाले वर्ष में निवेश के लिए ऐसे सेक्टर्स को चुना है, जिनमें अच्छी ग्रोथ हो सकती है. एक नोट में StoxBox ने बताया कि इनोवेशन, स्ट्रैटेजिक एडेप्टेबिलिटी और लॉन्ग टर्म फोकस के साथ इन सेक्टर्स को चुना गया है.
बैंकिंग
बैंकिंग सेक्टर को लेकर StoxBox का कहना है कि इस सेक्टर ने 2024 में काफी चुनौतियों का सामना किया. लेकिन, इसके बावजूद 2025 में बैंकों का फोकस एसेट क्वालिटी पर रहेगा. StoxBox के मुताबिक जैसे-जैसे बैंको की क्रेडिट ग्रोथ में स्थिरता आती है, उनका ध्यान एसेट क्वालिटी पर जाता है. इसके तहत खासतौर पर ध्यान माइक्रोफाइनेंस पर होता है. इससे रिटेल लोन और क्रेडिट कार्ड कारोबार पर असर पड़ता है. बड़े निजी बैंक लोन रिस्ट्रक्चरिंग और क्रेडिट कॉस्ट मिटिगेशन का फायदा उठा सकते हैं. इसके अलावा आने वाले दिनों में ब्याज दर में कटौती का फायदा भी बैंकों को मिल सकता है.
केमिकल
2024 में सप्लाई चेन में आए व्यवधान और प्राइसिंग प्रेशर से केमिकल इंडस्ट्री के उबरने की उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं. फिलहाल, इस इंडस्ट्री की कंपनियां को स्थिर मांग और डीस्टॉकिंग सायकल को बढ़ावा मिलने का फायदा मिलने की उम्मीद है. इसके अलावा भारतीय कंपनियां मजबूत आरएंडडी, न्यू केमिकल साइंस और कंपटीटिव कॉस्ट स्ट्रक्चर के दम पर ग्लोबल मार्केट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा सकती हैं. इसके साथ ही मजबूत कैपिटल एक्सपेंडिचर पाइपलाइन और विशिष्ट पेशकशों के साथ, यह क्षेत्र चीन से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के खिलाफ मजबूत स्थिति में है.
सीमेंट
सरकारी खर्च में कमी की वजह से बुनियादी ढांचा संबंंधी निर्माण, मौसम और प्रतिस्पर्धा की वजह से मंदी का सामना कर रहा सीमेंट सेक्टर अब उबरने लगा है. 2025 में रियल एस्टेट गतिविधियां तेज होने, बुनियादी ढांचे पर सरकारी खर्च बढ़ने की वजह से सीमेंट सेक्टर मांग बढ़ने की उम्मीद है. तेजी से मांग बढ़ने की वजह से सीमेंट का उत्पादन सालाना स्तर पर 55-60 करोड़ टन तक पहुंचने की उम्मीद है.
एफएमसीजी
ग्रामीण मांग, अनुकूल मानसून, बढ़ती कृषि आय और बढ़ी हुई डिजिटल पहुंच के कारण भारत के FMCG सेक्टर में 2025 में मजबूत वृद्धि होने की उम्मीद है. ब्लिंकिट और जेप्टो जैसे क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म इस उद्योग को नया रूप दे रहे हैं, जबकि महंगाई की चुनौतियां इसके लचीलेपन और निवेश की क्षमता को उजागर कर रही हैं.
आईटी
2024 में आईटी सेक्टर ने जबरदस्त लचीलापन दिखाया है. इसी बुनियाद पर 2025 इस सेक्टर के और बेहतर प्रदर्शन का मार्ग प्रशस्त हो रहा है. वैश्विक स्तर पर महंगाई से राहत मिल रही है. ब्याज दरों में कटौती हो रही है. इसकी वजह से अमेरिका जैसे बाजारों में सस्ता कर्ज मिलने से स्टार्टअप को फिर से फंडिंग मिलने लगी है. इसका फायदा भारती आईटी कंपनियों को मिलना तय है. इसके अलावा एआई की वजह से भी इस सेक्टर में तीव्र विकास की गुंजाइश बन रही है.
फार्मास्युटिकल
अमेरिकी जेनेरिक बाजार के विस्तार, क्रॉनिक थेरेपी की मांग और कॉस्ट इफेक्टिव समाधानों की वजह से फार्मास्युटिकल क्षेत्र में वृद्धि हो रही है. इसके अलावा भारतीय कंपनियां चीन पर निर्भरता कम करने के लिए सप्लाई चेन में विविधता ला रही हैं. इस उद्योग के लिए 2025 में 12-15% बढ़ने की उम्मीद है.