ट्रांसफॉर्मर बनाने वाली कंपनी को 276 फीसदी का मुनाफा, ब्रोकरेज ने कहा शेयरों में आएगी तूफानी तेजी
ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टीफायर्स इंडिया लिमिटेड (TARIL) एक महत्वाकांक्षी क्षमता विस्तार प्रोग्रम शुरू कर रही है, जो कंपनी को भारत की सबसे बड़ा ट्रांसफार्मर निर्माता बनाएगा. ब्रोकरेज फर्म ने स्टॉक पर पॉजिटिव रेटिंग दी है और प्राइस टार्गेट बढ़ा दिया है.
TARIL Stock: ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टीफायर्स इंडिया लिमिटेड (TARIL) ने मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जोरदार वित्तीय प्रदर्शन किया है. कंपनी ने दिसंबर की तिमाही में साल दर साल (YoY) आधार पर 50.5 करोड़ रुपये के साथ 276 फीसदी का मुनाफा दर्ज किया है. साथ ही कंपनी ने ने 1:1 के बोनस इश्यू और 750 करोड़ रुपये के क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) की घोषणा की है. नुवामा ने कहा कि TARIL के Q3FY25 के नतीजे शानदार एग्जीक्यूशन (सालाना आधार पर 51.4 प्रतिशत की वृद्धि) और 15 फीसदी से अधिक के मजबूत ऑपरेशनल प्रॉफिट मार्जिन (OPM) अनुमान के मुताबिक थे.
ऑर्डर बुक
ब्रोकरेज ने कहा कि 3,700 करोड़ रुपये (वित्त वर्ष 24 की बिक्री का 2.9 गुना) की ऑर्डर बुक और 19,000 करोड़ रुपये से अधिक के प्रॉस्पेक्टस के साथ मजबूत सेल्स की संभावना दिखती है. यह वित्त वर्ष 25-27 के दौरान दोगुनी हो जाएगी.
ट्रांसफॉर्मर की हाई डिमांड
नुवामा ने कहा, एचवी ट्रांसफॉर्मर की हाई डिमांड के कारण हम ‘बाय’ की सलाह दे रहे हैं. साथ ही TARIL के बैकवर्ड इंटीग्रेशन से मार्जिन एक्सपेंशन के प्रति हमारा विश्वास बढ़ा है. नुवामा ने कहा कि हम स्टॉक पर टार्गेट प्राइस 980 रुपये से बढ़ाकर 1,450 रुपये कर रहे हैं.
1 अरब डॉलर के रेवेन्यू का टार्गेट
कंपनी ने दोहराया कि मार्जिन विस्तार बैकवर्ड इंटीग्रेशन और बेहतर मांग के कारण होगा. TARIL ने पहले ही प्रमुख महत्वपूर्ण कॉम्पोनेंट के बैकवर्ड इंटीग्रेशन की दिशा में यात्रा शुरू कर दी है और तीन महत्वपूर्ण कॉम्पोनेंट के लिए एक टेक्नोलॉजी एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं, जो दिसंबर 2025 तक चालू हो सकती है. यह अगले तीन वित्तीय वर्षों में 1 अरब डॉलर के रेवेन्यू का लक्ष्य बना रही है.
तिमाही के लिए ऑर्डर इनफ्लो 6.3 अरब रुपये था, जो साल दर साल 10 फीसदी कम रहा. ऑर्डर बुक बढ़कर 37 अरब रुपये (तिमाही दर तिमाही) हो गया. प्रेजेंटेशन के अनुसार ऑर्डर पाइपलाइन 190 मिलियन रुपये से अधिक है.
कंपनी का प्लान और प्रोजेक्ट
कंपनी ने 500MVA शॉर्ट सर्किट टेस्ट सफलतापूर्वक पूरा किया है. दिसंबर 2024 में एक महीने में सबसे अधिक MVA टेस्ट किया गया – 3954 MVA. इसके अलावा दिसंबर 2024 में एक महीने में सबसे अधिक यूनिट टेस्ट की गई. चालू वित्त वर्ष के लिए रेवेन्यू टारगेट बरकरार (20 अरब रुपये) है. वित्त वर्ष 26 के लिए 35 अरब रुपये का रेवेन्यू गाइडेंस, शॉप फ्लोर इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए तैयार है.
डिसक्लेमर– Money9live किसी भी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ शेयरों के बारे में जानकारी दी गई है. निवेश से पहले जरूरी है कि आप किसी वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें.